Weather forecast, Monsoon, and Temperature: उत्तर प्रदेश में दाखिल हो चुके मानसून के अगले दो दिन में पूरे राज्य पर छा जाने का अनुमान है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के पश्चिमी इलाकों में फुहारें बरसीं मगर पूर्वी क्षेत्रों के ज्यादातर भाग इस राहत से महरूम रहे।
आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक अगले दो दिन के अंदर मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय हो जाएगा और राज्य के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होगी। फिलहाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय है और पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के इन भागों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई। कुछ जगहों पर भारी वर्षा भी हुई।
इस दौरान आगरा में सबसे ज्यादा 11 सेंटीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा किरावली में नौ, नकुड़ में छह, पलियाकलां में पांच, सहारनपुर, खैरागढ़, बिजनौर और पूरनपुर में चार—चार, गुन्नौर और धामपुर में तीन—तीन सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी। इसके अलावा कालपी, राठ, महरौनी, नगीना और बर्डघाट में दो—दो सेंटीमीटर बारिश हुई।
पिछले 24 घंटों के दौरान वाराणसी और इलाहाबाद मंडलों में दिन के तापमान में खासी बढ़ोत्तरी हुई। इसके अलावा लखनऊ तथा कानपुर में यह सामान्य से ज्यादा रहा। अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर बारिश होने की सम्भावना है। प्रदेश के पूर्वी हिस्सों के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा भी हो सकती है।
Highlights
चंडीगढ़ व पंजाब के कई शहरों में शनिवार को खूब मेघ बरसे। बारिश के बाद लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
राजस्थान के लगभग सभी हिस्सों में मानसून पहुंच चुका है और शनिवार को जयपुर से लेकर अजमेर व कोटा तक अच्छी बारिश हुई।मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में मानसून ने शुक्रवार को दस्तक दी। शनिवार तक राज्य के पांच जिलों चुरू, हनुमानगढ़, गंगानगर, बीकानेर व जैसलमेर के अलावा सभी जिलों में मानसून की पहली बारिश हो चुकी है।शनिवार सुबह से लेकर शाम तक अजमेर में 26.8 मिमी, जयपुर में 71.3 मिमी व कोटा में 37.6 मिमी बारिश हुई।
वहीं जहां तक दिन के अधिकतम तापमान का सवाल है तो यह बीकानेर में 43 डिग्री, जैसलमेर में 41.8 डिग्री, बाड़मेर में 40.8 डिग्री व गंगानगर में 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सामान्य तौर पर मानसून 29 जून को दिल्ली से टकराता है मगर इस बार इसमें एक सप्ताह की देरी हुई है। भारतीय मौसम विभाग की ओर से हाल में जारी एक बुलेटिन में बताया गया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून पूर्वी राज्यस्थान के कुछ हिस्सों समेत मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्से, छत्तीसगढ़ के शेष बचे हिस्से, उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों के अलावा उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों के साथ ही कुछ अन्य हिस्सों में आगे बढ़ा है।
बारिश से कानपुर शहर के ज्यादातर स्थानों पर जलभराव हो गया। इससे स्कूल जाने वाले बच्चों और ऑफिस जाने वालों को परेशानी हुई।शनिवार सुबह 10 बजे तक करीब 70 मिमी बारिश की बारिश के चलते कानपुर के अलग-अलग इलाकों में बारिश के चलते जल भराव हो गया।
बिहार और झारखंड में मॉनसून का आगमन काफी पहले हो गया था। हालांकि कोई विशेष मौसमी सिस्टम न होने के कारण इन राज्यों में मॉनसून सामान्य से कम बना रहा। इसी कारण महज कुछ स्थानो में ही बारिश देखने को मिली। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और इसके आस-पास के मध्य प्रदेश के भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिमी भारत से उत्तर प्रदेश होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भागों तक भी एक ट्रफ रेखा फ़ैली हुई है।
यूपी के आजमगढ़ जिले के कप्तानगंज क्षेत्र में बारिश के बीच गिरी बिजली की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गयी और चार अन्य लोग झुलस गये। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार शाम परसमनपुर चौबेपुर गांव के रहने वाले कुछ बच्चे पशुओं को चारा खिलाने गये थे, तभी अचानक बारिश होने लगी। भीगने से बचने के लिये सभी बच्चे एक टिनशेड के नीचे बैठ गये। तभी बिजली टिनशेड पर ही गिर गयी।
महाराष्ट्र के ठाणे में 19 वर्षीय एक व्यक्ति एक छोटी नदी में डूब गया। मूसलाधार पानी के कारण उसमें पानी का स्तर बढ़ गया था। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि घटना शुक्रवार शाम भिवंडी के अवचितपाड़ा में हुई। उन्होंने कहा, 'मोहम्मद आसिफ जैनुद्दीन एक उर्दू स्कूल के पास एक छोटी नदी में तैरने गया था, लेकिन तेज लहरों के कारण वह डूब गया।' उन्होंने बताया कि भिवंडी के मछुआरों ने उसके शव को बाहर निकाला। शव को आईजीएम सरकारी अस्पताल में पोस्ट-मार्टम के लिए भेजा गया है।
मध्यप्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। राज्य के देवास में नदियों के उफान के कारण इंदौर-बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग और चपड़ा-बगली मार्ग बाधित हो गया है। इस क्षेत्र में भारी बारिश के कारण नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया है।
राजस्थान में मानसून जम कर बरस रहा है। प्रदेश के प्रतापगढ़ में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। यहां पिछले कुछ दिन पहले सूखा और गर्मी से लोग काफी त्रस्त थे। जिले के हर इलाके में नदी और नाले उफान पर हैं। कई रास्ते बंद हो गए हैं। प्रशासन ने बारिश को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। लोगों को पानी के बीच से रास्ता पार नहीं करने की हिदायत दी गई है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में शनिवार सुबह बादल छाए रहेंगे। दिल्ली में दिन में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा, 'शनिवार को दिन में आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना है। अधिकतम तापमान करीब 34 डिग्री सेल्सियस रहेगा।' दिल्ली में न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के औसत न्यूनतम तापमान से एक डिग्री सेल्सियस कम है। एक अधिकारी ने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में पिछले 24 घंटों में सुबह साढ़े आठ बजे तक 25 मिमी बारिश हुई।
राजस्थान में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राजस्थान के हिस्सों में भारी बारिश हुई और भुंगरा में अधिकतम बारिश 13 सेमी दर्ज की गई। इसके बाद अजमेर के नयानगर में 12 सेमी बारिश हुई।
उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई जबकि दूरदराज के क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। दक्षिणी पश्चिम मानसून राज्य के पश्चिमी हिस्से में सामान्य बना हुआ है। राज्य में सबसे ज्यादा बारिश आगरा में हुई। वाराणसी और इलाहाबाद खंड में दिन में तापमान बढ़ गया लेकिन राज्य के बाकी हिस्सों में तापमान में कुछ ज्यादा बदलाव नहीं हुआ जबकि राज्य में सबसे ज्यादा तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस फतेहगढ़ में दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश में मानसून पूरी तरह से दस्तक दे चुका है। मौसम विभाग ने मैदानी, निचले एवं मध्य पहाड़ी क्षेत्रों में 6 जुलाई से 8 जुलाई के बीच भारी बारिश को लेकर ‘यलो’ चेतावनी जाहिर की है। पूरे राज्य में मानसून के सक्रिय होने की वजह से प्रदेश में शुक्रवार को अच्छी बारिश हुई। शिमला मौसम केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य के कुछ हिस्सों में मानसून दो जुलाई को पहुंच गया था और बाकी हिस्सों में शुक्रवार को आया। धर्मशाला में सबसे ज्यादा 58 मिमी बारिश दर्ज की गई।
दक्षिण पश्चिम मानसून आगे बढ़ते हुए देश के उत्तरी और मध्य हिस्सों में शुक्रवार को पहुंच गया। राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के कई राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मानसून ने छह दिन ंिवलब से ही सही लेकिन अब दस्तक दे दी है। शुक्रवार शाम तक शहर में 25 मिमी बारिश दर्ज की गई। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के वरिष्ठ वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि विभाग ने सुबह आठ बजकर 30 मिनट पर मानसून के दस्तक देने की घोषणा कर दी।
दिल्ली के बाद पंजाब और हरियाणा में भी लोगों को गर्मी से राहत मिल गई है। मौसम विभाग ने शनिवार को पंजाब और हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। मौसम विभाग ने बताया कि हरियाणा और पंजाब के कई स्थानों पर मानसून से पहले वाली बारिश हुई। चंडीगढ़ में 0.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। हरियाणा और पंजाब सहित संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ का तापमान 5 डिग्री सेल्यिस तक नीचे चला गया। हालांकि बारिश के बावजूद दोनों राज्यों में काफी उमसभरा मौसम रहा।
दिल्ली के बाद पंजाब और हरियाणा में भी लोगों को गर्मी से राहत मिल गई है। मौसम विभाग ने शनिवार को पंजाब और हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार को दोनों राज्यों के कई स्थानों पर मानसून से पहले वाली बारिश हुई। चंडीगढ़ में 0.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। हरियाणा और पंजाब सहित संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ का तापमान पांच डिग्री सेल्यिस तक नीचे चला गया। हालांकि बारिश के बावजूद दोनों राज्यों में काफी उमसभरा मौसम रहा। पंजाब और हरियाणा में मौसम वैज्ञानिकों ने हल्की से मध्य बारिश की संभावना जाहिर की है।