असम कांग्रेस की विधिक इकाई ने सोमवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी नितिन खडे को एक ज्ञापन सौंप कर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के विरुद्ध कार्रवाई करने का आग्रह किया। कांग्रेस का आरोप है कि विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद भी सोनोवाल, सरकारी अतिथि गृह का इस्तेमाल अपने आवास के तौर पर कर रहे हैं।

असम प्रदेश कांग्रेस समिति के विधिक विभाग के अध्यक्ष निरन बोरा ने कहा कि एक सर्वेक्षण के दौरान पार्टी के संज्ञान में आया कि चुनाव की तारीख की घोषणा होने के बाद भी मुख्यमंत्री सरकारी अतिथि गृह का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज भवन के निकट स्थित अतिथि गृह को आचार संहिता लागू होने के पहले आधिकारिक तौर पर सोनोवाल का आवास घोषित नहीं किया गया है इसलिए वह इसे अपने आवास के तौर पर इस्तेमाल नहीं कर सकते।

उन्होंने सीईओ से मामले को देखने और मुख्यमंत्री को यह निर्देश जारी करने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया कि वह चुनाव आचार संहिता की रक्षा के लिए राज्य अतिथि गृह को तत्काल प्रभाव से खाली करें।

बताते चलें कि असम में तीन चरणों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। शुरुआती चरण में उन सीटों पर चुनाव होने हैं जहां बीजेपी की पकड़ मजबूत है। असम में 27 मार्च को पहले चरण, एक अप्रैल को दूसरे चरण और 6 अप्रैल को तीसरे चरण की वोटिंग होगी।

न्यूज चैनल एबीपी और सर्वे एजेंसी सी-वोटर के ओपिनियन पोल में असम में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है।सर्वे के अनुसार बीजेपी गठबंधन को 42 प्रतिशत और कांग्रेस गठबंधन को 31 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है।