भारत में ई-कॉमर्स सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी फ्लिपकार्ट की करीब 70 फीसदी हिस्सेदारी खुदरा सेक्टर की दुनिया की सबसे बड़ी अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने खरीद ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी रखने वाली जापानी कंपनी सॉफ्टबैंक के सीईओ मासायोशी सन ने इस डील की पुष्टि की है। इससे पहले इस डील को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। ई-कॉमर्स बाजार में फ्लिपकार्ट कंपनी की कीमत 20 अरब डॉलर आंकी गई है और यह सौदा करीब 15 अरब डॉलर का बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लिपकार्ट में जापान की सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प और टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट की 20-20 फीसदी की हिस्सेदारी है, जिसे वे बेचेंगी। पिछले वर्ष शोधकर्ता कंपनी सीबी इनसाइट्स ने फ्लिपकार्ट की कीमत 12 अरब डॉलर बताई थी। कहा जा रहा है कि मौजूदा वक्त में फ्लिपकार्ट और अमेजन 30 अरब डॉलर के ई-कॉमर्स बाजार पर नियंतत्रण रखती हैं। फ्लिपकार्ट के साथ हुई इस डील के बाद वॉलमार्ट की कोशिश भारत के खुदरा ऑनलाइन बाजार में अपने पैर जमाने की होगी और उसका मुकाबला अमेजन से होगा। फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल को लेकर कयासबाजी चल रही है कि वह अपनी 5 फीसदी की हिस्सेदारी बेचकर कंपनी छोड़ सकते हैं। सचिन बंसल और उनके दोस्त बिन्नी बंसल ने ही मिलकर आसमान छू रही कंपनी की शुरुआत की थी। अमेजन में दोनों नौकरी करते थे, तभी दोनों की मुलाकात हुई थी और वे दोस्त बन गए थे। 11 वर्ष पहले 2007 में बेंगलुरु स्थित एक दो कमरों के फ्लैट से दोनों ने फ्लिपकार्ट की नींव रखी थी। सबसे पहले कंपनी एक ऑनलाइन बुक स्टोर के तौर पर शुरू हुई थी। कंपनी ने पहली किताब जॉन वुड की ‘लीविंग माइक्रोसॉफ्ट टू चेंद द वर्ल्ड’ सबसे पहले बेची थी।

2008 में कंपनी फ्लैट से निकल एक बेंगलुरु में ही इसके पहले दफ्तर में आई। 2009 में दिल्ली और मुंबई में दफ्तर खुले। 2010 में फ्लिपकार्ट ने ई कार्ट नाम की लॉजिस्टिक कंपनी शुरू की। कंपनी को 2011 में दो विदेशी निवेशकों मिल गए। धीरे-धीरे कारोबार बढ़ता गया और सॉ पिछले महीने कंपनी ने अपने सभी दफ्तर बेंगलुरु एक कैंपस में शिफ्ट कर दिए। आज की तारीख में फ्लिपकार्ट का दफ्तर 8.3 लाख स्वायर फीट में फैला हुआ है। सॉफ्टबैंक, टाईगर ग्लोबल, एस्सेल पार्टनर, नैस्पर्स, टेंसेंट होल्डिंग जैसे निवेशक इसका इसका हिस्सा बनते गए। विदेशी निवेशकों के लिए 2011 में कंपनी ने सिंगापुर में कदम रखा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लिपकार्ट आज 80 से ज्यादा कैटेगरी में 80 लाख प्रोडक्ट्स बेचती है। कंपनी के 10 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। इसी के साथ 1 लाख सेलर्स और 21 वेयरहाउस भी हैं।

2014 में फ्लिपकार्ट ने मिंत्रा को करीब 30 करोड़ डॉलर में खरीदा, 2016 में जबॉन्ग को 7 करोड़ डॉलर में खरीद लिया। 2016 में ही फोन-पे स्टार्टअप को खरीदा। पिछले वर्ष फ्लिपकार्ट स्नैपडील खरीदने वाली थी, लेकिन डील नहीं हो सकी। उधर वॉलमार्ट से पहले अमेजन फ्लिप कार्ट की करीब 60 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदना चाहती थी, लेकिन उससे भी बात नहीं बनी।