मध्यप्रदेश में एक दूल्हे ने अपनी शादी के निमंत्रण कार्ड पर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में नारा छापा है। दूल्हे प्रभात गढ़वाल का विवाह 18 जनवरी शनिवार की शाम को हो रहा है। जिले के करेली कस्बे के निवासी प्रभात ने कहा कि सीएए के विरोध के दौरान देश में हुई हिंसा को लेकर वह परेशान है इसलिये उसने इस तरह से इसके समर्थन में आने का निर्णय लिया।

दूल्हे ने कहा कि उसने शादी के कार्ड पर नारा छापा है, ‘‘आई सर्पोट सीएए’’ क्योंकि वह मानता है कि लोगों को संवैधानिक कानून के प्रति विश्वास और निष्ठा होनी चाहिये। उन्होने कहा कि सीएए के वास्तविक तथ्यों के बारे में लोगों में जागरुकता पैदा करनी होगी।

प्रभात ने कहा कि शादी के कार्ड में इस नारे को पढ़ने के बाद जो भी उससे इस बारे में बात करेगा, वह उसकी गलत धारणा को दूर करने के लिये सीएए के तथ्यों की व्याख्या करेंगे। उन्होंने बताया कि शादी के कार्ड पर सीएए के समर्थन में नारे को छापने का निर्णय उसका अपना था।

क्या है सीएएः संसद से 11 दिसंबर को पारित सीएए में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धर्म के आधार पर प्रताड़ित हिंदू, पारसी, सिख, जैन, बौद्ध और ईसाई समुदाय के ऐसे लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है।

इसके तहत 31 दिसंबर 2014 से पहले तक यहां आए और छह साल से देश में रह रहे लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। इसमें मुस्लिमों को शामिल न किए जाने पर विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है। वहीं मुस्लिम समुदाय भी सीएए के खिलाफ सड़कों पर है।

(भाषा इनपुट्स के साथ)