भारत और चीन के बीच लद्दाख स्थित एलएसी पर जारी तनाव के बीच आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने शुक्रवार को लेह का दौरा किया और मौजूदा हालात की समीक्षा की। नरवणे गुरुवार को ही लद्दाख पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि एलएसी पर स्थितियां अभी गंभीर है और भारतीय सेना इन्हें संभालने के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रही है। नरवणे ने कहा कि जवानों का हौसला काफी ऊपर है और वे किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं।

नरवणे ने अपने दौरे पर कहा, “कल ही मैं लेह पहुंचा। मैं कई जगहों पर गया और अफसरों और जूनियर कमीशंड अफसरों से बात की। हमने हालात की समीक्षा की। मैं यह कह सकता हूं कि हमारे जवान सर्वश्रेष्ठ हैं।” नरवणे ने बताया कि एलएसी के पास मौजूदा हालात अभी नाजुक और गंभीर हैं। लेकिन इस बारे में सभी बातें उनके दिमाग में हैं। आर्मी चीफ बोले कि सुरक्षा के लिए सेना ने कुछ एहतियाती कदम उठाए हैं, जिससे एलएसी के हालात मे कोई बदलाव न हो, यह सुनिश्चित किया जा सके। हमने ऐसे कदम उठाए हैं, जिससे हमारी मदद होगी।

बता दें कि भारतीय और चीनी सेना के बीच 29 और 30 अगस्त की दरमियानी रात को आमना-सामना हुआ था। इसमें भारतीय जवानों ने चीन को खदेड़ते हुए कूटनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पैंगोंग सो के दक्षिणी किनारे पर स्थित चुशुल के करीब एक चोटी पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद से ही तनाव कम करने के लिए अब तक तीन बार ब्रिगेडियर स्तर की वार्ता हो चुकी है। हालांकि, इसमें कोई सफलता नहीं मिली है।

गौरतलब है कि इससे पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने यूएस-इंडिया स्ट्रैटिजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा था कि देश के लिए एक साथ दो मोर्चों- चीन और पाकिस्तान की ओर से खतरा पैदा हो सकता है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि भारतीय सेना किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार है। जनरल रावत ने कहा कि अगर पूर्वी सीमा पर कोई खतरा पैदा होता है, तो पाकिस्तान भी इसका फायदा उठाने की कोशिश कर सकता है। इसलिए हमने पाकिस्तान की तरफ से किसी भी ऊटपटांग हरकत को रोकने की तैयारियां सुनिश्चित कर ली हैं।