Zubeen Garg Death Controversy: बॉलीवुड के मशहूर सिंगर जुबीन गर्ग की मौत के मामले की जांच कर रही सिंगापुर पुलिस ने शुक्रवार को जारी किया है। इसमें उनकी हत्या की साजिश से जुड़े कयासों पर कहा गया कि प्रारंभिक जांच के आधार पर उन्हें किसी गड़बड़ी या हत्या की साजिश का संदेह नहीं है।

बता दें कि 52 वर्षीय जुबीन गर्ग का 19 सितंबर को सिंगापुर में निधन हो गया। वह सिंगापुर में आयोजित नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के सांस्कृतिक ब्रांड एंबेसडर के रूप में वहां गए थे, जो 20 और 21 सितंबर को होने वाला था। फेस्टिवल शुरू होने से पहले 19 सितंबर को, वह असम एसोसिएशन सिंगापुर के सदस्यों के साथ नौका यात्रा पर गए थे और तैरते समय बेहोश हो गए।

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क्या था जुबीन की मौत का कारण?

सिंगापुर जनरल अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। सिंगापुर के अधिकारियों द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण पत्र में मृत्यु का कारण डूबना बताया गया है। सिंगापुर पुलिस बल ने कहा कि इस मामले की जांच वर्तमान में सिंगापुर के कोरोनर्स अधिनियम 2010 के अनुसार एसपीएफ द्वारा की जा रही है। प्रारंभिक जांच के आधार पर, एसपीएफ को किसी गड़बड़ी का संदेह नहीं है

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अटकलें न लगाने की कही बात

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, सिंगापुर इन इंडिया ने ट्वीट किया, “सिंगापुर पुलिस बल (एसपीएफ) ज़ुबीन गर्ग की मौत की गहन और पेशेवर जांच करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम जनता से आग्रह करते हैं कि वे अटकलें न लगाएं और असत्यापित जानकारी न फैलाएं।”

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क्या है जांच की पूरी प्रक्रिया?

सिंगापुर पुलिस ने आगे कहा कि एसपीएफ की जांच पूरी होने में लगभग तीन महीने लग सकते हैं। जांच पूरी होने के बाद निष्कर्ष सिंगापुर में राज्य कोरोनर को प्रस्तुत किए जाएंगे, जो यह तय करेंगे कि कोरोनर जांच आयोजित की जाए या नहीं। सीआई एक तथ्य-खोज प्रक्रिया है जिसका नेतृत्व एक कोरोनर, यानी न्यायालय का एक न्यायिक अधिकारी करता है, जिससे मृत्यु के कारण और परिस्थितियों का पता लगाया जा सके।

इसके निष्कर्ष जांच के बाद सार्वजनिक किए जाएंगे। इस तथ्य के बावजूद कि एसपीएफ अभी भी अपनी जांच के दौर से गुजर रहा है 1 अक्टूबर 2025 को उसने दिवंगत गर्ग की अटॉपसी रिपोर्ट और एसपीएफ के प्रारंभिक निष्कर्षों की एक प्रति भारतीय उच्चायोग को उनके अनुरोध पर प्रदान की।

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