मध्य प्रदेश में धार जिले के धामनोद में 12वीं कक्षा के एक सिख छात्र को स्कूल की परीक्षा के दौरान कथित तौर पर जांच के लिए अपनी पगड़ी उतारने के लिए कहा गया। घटना की शिकायत मिलने के बाद शिक्षिका को परीक्षा की ड्यूटी से हटा दिया गया है। मामला धार के धामनोद स्थित गवर्मेंट गर्ल्स कॉलेज का है। यहां परीक्षा केंद्र बनाया गया था। 12 वीं की परीक्षा देने पहुंचे सिख छात्र को जांच के दौरान महिला शिक्षक ने पगड़ी उतारने को कहा। छात्र ने शुरू में इससे इनकार कर दिया और सेंटर सुपरिटेंडेंट से संपर्क किया। हालांकि, सुपरिटेंडेंट ने भी छात्र से परीक्षा नियमों का पालन करने के लिए कहा। छात्र ने आरोप लगाया कि इसके बाद उसकी पगड़ी उतारकर जांच की गई और फिर उसे परीक्षा में बैठने दिया गया।

आदिवासी कल्याण विभाग के उपायुक्त बृजेश पांडे ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद शिक्षिका को परीक्षा ड्यूटी से हटा दिया गया है। इनविजिलेटर नकल से जुड़ी सामग्री ढूंढने के लिए हर छात्र की चेकिंग कर रहे थे। इस मामले में शिकायतकर्ता और शिक्षिका दोनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं जब तक इंक्वायरी खत्म नहीं हो जाती, तब तक सेंटर की सहायक प्रमुख को भी परीक्षा ड्यटी से हटा लिया गया है।

धार के शिक्षा अधिकारी ने कहा कि शिक्षकों को कड़ाई से चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन अगर उनका इरादा भावनाएं आहत करने का रहा, तो जरूरी कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना पर छात्र ने कहा, “मेरे लिए यह घटना काफी शर्मसार करने वाली थी। मैं परीक्षा के बीच ही तनाव लेने की वजह से अच्छी तरह लिख भी नहीं पाया।” धनमोड के सिख समुदाय ने भी इस घटना के बाद गुस्सा जाहिर करते हुए टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। धनमोड सिख समुदाय के अध्यक्ष ने कहा कि हम शांतिप्रिय समुदाय हैं। हमने इस घटना पर विरोध दर्ज कराया है। जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।