आर्ट ऑफ लिविंग के बैनर तले होने जा रहे कार्यक्रम के विवादास्पद होने के बाद स्वयं श्री श्री रविशंकर ने मीडिया के जरिए सफाई दी। उन्होंने कहा है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के आरोपों से इंकार करते हुए कहा उनका संगठन यमुना किनारे पर्यावरण को हुए नुकसान को कम करने के लिए जैव-पार्क बनाने के तैयार है।
रविशंकर ने मीडिया से कहा कि 11-13 से मार्च को होने जा रहे विश्व सांस्कृतिक उत्सव मनाने के लिए एक भी पेड़ नहीं काटा गया है। नदी किनारे सिर्फ चार पेड़ों की छटनी की गई है। उन्होंने कहा , ” कार्यक्रम के बाद हम यहां बेहद खूबसूरत और बड़ा सुंदर जैव विविधता पार्क का निर्माण करेंगे। पहले से हमारे कार्यकर्ता नदी किनारे फैली 512 टन गंदगी और कचरे को साफ करने का प्रयास कर रहे है। हम साफ युमना चाहते हैं और हमें पर्यावरण का बेहद ख्याल है।”