अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों और उनके संबद्ध कॉलेजों और संस्थानों से 25 से 31 अक्टूबर 2022 तक लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन पर एक विशेष प्रदर्शनी आयोजित करने का आग्रह किया है। साथ ही ये भी आग्रह किया गया है कि संभव हो तो ये प्रदर्शनी क्षेत्रीय भाषाओं में अयोजित की जाए।

सरदार पटेल पर प्रदर्शनी का उद्देश्य भारत की एकता और अखंडता की ताकत को प्रतिबिंबित करना है। इसका उल्लेख स्वतंत्रता दिवस 2022 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “पंच प्राण” में से एक के रूप में किया गया था।

सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन और योगदान का जश्न मनाने के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) और भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) ने संयुक्त रूप से “Sardar Patel – The Architect of Unification” का आयोजन किया। “Sardar Patel – The Architect of Unification” प्रदर्शनी महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थानों जैसे बैंकों, डाकघरों, सरकारी भवनों, शैक्षणिक संस्थानों और कई अन्य स्थानों पर प्रदर्शित की जाएगी।

यूजीसी ने एक ट्वीट कर बताया, “एकता दिवस समारोह के हिस्से के रूप में HEIs ने ‘Sardar Patel – The Architect of Unification’ एक प्रदर्शनी प्रदर्शित करने का अनुरोध किया। जारी पत्र में कहा गया है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की देशभक्ति, उनकी शिक्षा और मूल्यों को सम्मान प्रदान करने के लिये सभी की सक्रिय हिस्सेदारी हो। बता दें कि सरदार वल्लभ भाई पटेल को सरदार की उपाधि महिलाओं ने दी थी

यूजीसी और एआईसीटीई ने पत्र के माध्यम से कहा कि 31 अक्टूबर को सुबह 7 बजे से 8 बजे तक ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया जायेगा। रन फॉर यूनिटी के लिए एक ‘माइक्रोसाइट’ तैयार की जा रही है और एकता दौड़ में हिस्सा लेने वाले सेल्फी लेकर इस पर अपलोड कर सकते हैं।

पत्र में यह भी कहा गया है कि 25 से 31 अक्टूबर तक चलने वाले कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना और नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवकों की सक्रिय हिस्सेदारी से साइकिल और मोटरसाइकिल रैलियां आयोजित की जा सकती हैं। इसके साथ ही उच्च शिक्षण संस्थानों एवं कालेजों में सरदार वल्लभ भाई पटेल पर विशेष सत्र, वाद-विवाद, क्विज और अन्य प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जा सकता है।