महंगाई के मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष का घेराव तो अक्सर देखने को मिलता है लेकिन जब इस मुद्दे पर विपक्ष की घेराबंदी विरले ही देखने को मिलती है। न्यूज 18 इंडिया समाचार चैनल पर प्रसारित होने वाले डिबेट शो ‘आर-पार’ में ऐसा ही कुछ देखने को मिला। महंगाई से लेकर चुनावी मुद्दों पर जोरदार बहस चल रही थी। इसी बीच कार्यक्रम का संचालन कर रहे पत्रकार अमिश देवगन ने वहां मौजूद एक दर्शक से महंगाई पर राय मांगी तो वह सरकार का विरोध करने वालों पर बरस पड़ा।

दर्शक ने कहा कि पहले की तरह अब राशनकार्ड से नाम हटाए नहीं जाते हैं ताकी किसी सुविधा का लाभ न ले सकें, मकान से लेकर राशन और सिलेंडर तक सरकार ने दिए, दर्शक ने कहा कि सरकार की योजनाओं का पैसा बराबर आता है, शौचालय की भी व्यवस्था की गई। इसी दौरान शो में हिस्सा लेने पहुंचे JAP के प्रवक्ता और इंडियन मुस्लिम फाउंडेशन के चेयरमेन शोएब जमई भड़क गए। उन्होंने चैनल पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह नकली मुस्लिम है इसे स्टूडियों में टोपी पहनाई गई है।

शोएब जमई की इस टिप्पणी पर बहस तेज हो गई। दर्शक दीर्घा में बैठे लोग नाराज हो गए, वह नाराज होकर जमई को ही नकली बताने लगे। इसी बीच अमिश देवगन ने उनके बयान पर आपत्ति जताते हुए पूछा कि आप किस आधार पर नकली मुसलमान बता रहे हैं। उन्होंने स्टूडियों में पीछे की कतार में बैठे एक शख्स की तरफ माइक घुमाते हुए शोएब से पूछा कि यह तो टोपी नहीं लगाया है क्या आप इन्हें भी नकली मुसलमान कहेंगे।

अमिश देवगन ने बहस में मौजूद अंसार रजा से पूछा कि क्या आप शोएब की इस टिप्पणी से सहमत हैं। जिसके जवाब में रजा ने कहा कि हिंदुस्तान एक आजाद मुल्क है, जिसको जो बोलना हो, वह बोल सकता है। इधर बीजेपी ने इस मुद्दे पर इंडियन मुस्लिम फाउंडेशन के चेयरमेन का घेराव तेज कर दिया, उन्होंने कहा कि असल सच्चाई तो ये है कि ऐसे ही लोग इस देश के दुश्मन हैं, जो तालिबान और पाकिस्तान का समर्थन करते हैं।

चुनावों से महंगाई के मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है, विपक्ष जहां इस मुद्दें पर लामबंदी करने की कोशिश कर रही है तो वहीं सरकार का कहना है कि जनता के लिए महंगाई से भी जरूरी मुद्दे हैं, जिन पर सरकार काम कर रही है।