समाजवादी सेक्‍युलर मोर्चा के संस्‍थापक शिवपाल सिंह यादव ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी का नाम सोच लिया है। ‘प्रगतिशील समाजवादी पार्टी’ शिवपाल के नए दल का नाम होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिवपाल ने चुनाव आयोग में पार्टी का रजिस्‍ट्रेशन भी करा लिया है। गुरुवार को शिवपाल मेरठ में थे। उन्‍होंने दावा किया कि बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को मोर्चा की तरफ से 2019 चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। सपा और सेक्‍युलर मोर्चे की लड़ाई को ‘महाभारत’ बताने वाले शिवपाल ने खुद को ‘पांडव’ और सपा को ‘कौरव’ बताया। मुलायम ने अखिलेश का साथ देने की बात कही है, इसपर शिवपाल ने कहा कि ‘राजनीति में उतार-चढ़ाव वक्‍त के हिसाब से आते रहते हैं।’

शिवपाल के अनुसार, ‘नेताजी (मुलायम) हमारे लिए सम्‍माननीय हैं और हमेशा रहेंगे। नवभारत टाइम्‍स में छपी खबर के अनुसार, शिवपाल ने कहा, ”उनके (मुलायम) आशीर्वाद से हम राजनीति की नई पारी खेल रहे हैं।” बकौल शिवपाल, ”महाभारत के भीष्‍म पितामह का आशीर्वाद पांडवों के साथ था लेकिन किसी कारणवश वे कौरवों के साथ थे। इसी तरह नेताजी का आर्शीवाद हमारे यानी सेक्‍युलर मोर्चा के साथ हैं मगर किसी मजबूरी में वे खड़े समाजवादी पार्टी के साथ हैं।”

यूपी के पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्‍होंने मुलायम को उनकी तरफ से चुनाव लड़ने का ऑफर तो दिया है मगर आखिरी फैसला उन्‍हें ही करना है। शिवपाल ने इच्‍छा जाहिर की कि वह मुलायम को देश के प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। शिवपाल ने कहा कि गठबंधन के लिए 40 छोटे दलों से बात हो चुकी है।

भतीजे अखिलेश के साथ मनमुटाव पर शिवपाल ने कहा कि ‘अब बहुत देर हो गई। मैंने दो साल इंतजार किया लेकिन उन्‍हें शायद मेरा साथ मंजूर नहीं था।’ चेतावनी भरे लहजे में शिवपाल ने यह भी कहा कि ‘आने वाले चुनावी रण में ताकत का एहसास हो जाएगा।’

शिवपाल सिंह यादव की पार्टी के झंडे पर तीन रंगों की पट्टियों के बीच में मुलायम और शिवपाल की तस्वीरें हैं। लाल, पीले और हरे रंग के इस झंडे में एक तरफ शिवपाल की तो दूसरी तरफ बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की तस्वीर है।