इनकम टैक्स विभाग ने आज कानपुर, दिल्ली, मुंबई और गुजरात सहित देश के 20 प्रमुख ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी के केंद्र में बंशीधर तंबाकू कंपनी है। इनकम टैक्स की डिपार्टमेंट ने अपने विभाग को 60 करोड़ रुपये से अधिक की कई लग्जरी कारें मिली हैं। विभाग ने अब तक करीब 5 करोड़ रुपये कैश और देश विदेश में अरबों की बेनामी प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट्स भी मिले हैं लेकिन आखिर यह पूरा मामला क्या है चलिए समझाते हैं।
दरअसल, इनकम टैक्स विभाग ने 29 फरवरी को बंशीधर तंबाकू कंपनी के मारे गए छापों में विभाग की 15-20 टीम लगी हुई है। छापे के दौरान कथित तौर पर टीम को बेनामी संपत्ति और कर चोरी समेत कई वित्तीय गड़बड़ियों की जानकारी मिली है। विभाग ने आधिकारिक तौर पर कार्रवाई के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है।
तंबाकू कंपनी पर आरोप हैं कि उसने अपनी आय 20-25 करोड़ रुपये घोषित की, जबकि कंपनी का वास्तविक कारोबार 100-150 करोड़ के आसपास है। आरोप है कि कंपनी ने टैक्स चोरी की है। कंपनी पर GST के नियमों की अनदेखी करने के भी आरोप हैं। जांच में सामने आया है कि फर्जी कंपनियों के जरिए चेक जारी कर टैक्स चोरी की जा रही थी।
कौन है शिवम मिश्रा?
बता दें कि इस कंपनी के मालिक केके मिश्रा के बेटे का नाम शिवम मिश्रा है, जो कि दिल्ली के ही वसंत विहार में रहते हैं। शिवम अपने पिता केके मिश्रा और एक अन्य के साथ शेयरिंग में डायरेक्टर हैं, 2004 से शिवम यह पद संभाल रहे हैं। शिवम अन्य 6 कंपनियों को को संभाल रहें है जिसका मेन ग्रुप बंशीधर समूह ही है।
ठिकानों से बरामद हुईं लग्जरी कारें
जानकारी के मुताबिक कंपनी के ठिकानों से करीब 4 करोड़ रुपये की नकदी जब्त हुई है। दिल्ली के वसंत विहार स्थित केके मिश्रा के घर से 60 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की कई लग्जरी कारें बरामद हुई हैं। इनमें 16 करोड़ रुपये की रोल्स रॉयस फैंटम भी शामिल है। इसके अलावा करोड़ों की मैकलेरन, लेंबोर्गिनी और पोर्शे की गाड़ियां भी मिली हैं। इन सभी गाड़ियों के आखिरी नंबर ‘4018’ है, जो बताता है कि यह शिवम मिश्रा का पसंदीदा नंबर है।
तंबाकू सप्लाई का है बड़ा काम
बंशीधर तंबाकू का बिजनेस देश विदेश में हैं, जो कि कमला पसंद जैसे बड़े-बड़े पान मसाला समूहों को तंबाकू की सप्लाई करती है और 80 सालों से मिश्रा परिवार इस काम से जुड़ा हुआ है।
कंपनी को केके मिश्रा संभाल रहे हैं, जिनका मुख्य कार्यालय कानपुर में है। इसके अलावा कई अन्य शहरों में भी कार्यालय हैं। कंपनी का सालाना टर्नोवर करीब 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का है।
