वक्फ (संशोधन) विधेयक आज लोकसभा में पेश होने वाला है। जिसे संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू इसे पेश करेंगे। जिसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चर्चा होनी है। जहां सत्ता पक्ष और उसके घटक दल इस बिल के समर्थन करते नजर आने वाले हैं। वहीं विपक्षी दल इसके विरोध में अपनी बात रखेंगे। हिंदुत्व के प्रबल समर्थक शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) गुट ने इस बिल का विरोध करने वाली है।
बीते मंगलवार को इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दलों की बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस, शिवसेना (UBT) आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस (TMC), समाजवादी पार्टी समेत अन्य पार्टियों के नेता शामिल हुए। बैठक में ये तय हुआ कि विपक्षी दल वक्फ बिल का विरोध करेंगे।
संसद में बिल का करेंगे विरोध – प्रियंका
बैठक में के बाद इंडिया गठबंधन के नेताओं ने इस बात की घोषणा की कि वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध तथ्यों और तर्कों के आधार पर किया जाना है। इस विरोध प्रदर्शन के लिए विपक्षी दल संसद में होने वाली वोटिंग का हिस्सा लेंगे। इस बैठक में शिवसेना – उद्धव ठाकरे गुट की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि हम इस बिल का समर्थन नहीं करते हैं। इसलिए हम संसद में इसका विरोध करेंगे।
वक्फ बिल को लेकर डुमरियागंज से सांसद जगदम्बिका पाल की अध्यक्षता में जेपीसी गठित की थी। जिसमें खुब हंगामा हुआ। तीखी बहस और नोक झोंक के साथ ही इसकी रिपोर्ट पाल ने सरकार को सौंप दी थी। इस बिल को बीते साल 8 अगस्त 2024 को लोकसभा में पेश किया गया था जहां विपक्ष के विरोध के बाद इसे जेपीसी के लिए भेज दिया गया था।
चर्चा के दौरान 3 घंटे से ज्यादा समय विपक्ष को
इस बिल को लेकर सरकार अपने सहयोगी दलों का पूरा सहयोग मिल रहा है। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू, चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली टीडीपी, शिवसेना समेत कई महत्वपूर्ण दल इसके समर्थन का ऐलान कर चुके हैं। आज संसद में चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष को 4 घंटे 40 मिनट दिया जाना है तो वहीं विपक्षी दलों को 3 घंटा 20 मिनट दिया जाएगा। जबकि स्पीकर ओम बिरला जरूरत के अनुसार समय बढ़ा सकते हैं।