पेशावर में एक स्कूल में बच्चों के निर्मम कत्लेआम के मद्देनजर शिवसेना ने आज कहा कि अपनी जमीन से आतंकवादियों को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेने से पहले पाकिस्तान को जमात उद दावा के नेता एवं मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से निपटना चाहिए ।

शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में छपे एक संपादकीय में कहा गया, ‘‘यह देश (पाकिस्तान) आतंकवाद बनाने की एक तरह की फैक्टरी है । इसीलिए हमें अब समझ में आया कि आपने आतंकवादियों के लिए सजा ए मौत पर लगा प्रतिबंध क्यों हटाया है। पेशावर में बच्चों के कत्लेआम के बाद हाफिज सईद हमारे (भारत) खिलाफ जहर उगल रहा है ।’’

इसमें कहा गया, ‘‘वह :सईद: कहता है कि कत्लेआम के लिए प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार हैं और वह हमसे इसका बदला लेगा । नवाज शरीफ पहले सुनिश्चित करें कि इस आदमी पर अंकुश लगाया जाए ।’’

शिवसेना ने कहा कि विश्व आतंकवाद से लड़ाई के पाकिस्तान के संकल्प पर तब तब विश्वास नहीं करेगा जब तक कि सईद जैसे आतंकवादियों को ‘‘जड़ से नहीं उखाड़ दिया जाता ।’’

मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड होने के कारण सईद भारत की सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में शामिल है । नवंबर 2008 में हुए मुंबई हमलों में 166 लोग मारे गए थे ।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की आतंकवाद रोधी अदालत ने कल लश्कर ए तैयबा के ऑपरेशन कमांडर एवं मुंबई हमलों के षड्यंत्रकारी जकीउर रहमान लखवी को मामले में उसके खिलाफ सबूतों के बावजूद जमानत दे दी थी ।

शिवसेना ने कहा, ‘‘स्कूल में सैकड़ों बच्चों के कत्लेआम से हम शोक संतप्त हैं। पाकिस्तान की जमीन हर देश के लिए खतरनाक बन चुकी है और इसलिए सभी देशों को वहां से पैदा हो रहे आतंकवाद से लड़ने के लिए एकजुट होने की जरूरत है । आतंकवाद की नकेल कसने में उनकी (पाकिस्तान की) सरकार अकेले सक्षम नहीं होगी।’’