Shiv Sena Sanjay Gaikwad: बासी दाल परोसने के चलते कैंटीन के कर्मचारी पर हमला करने वाले शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ एक बार फिर सुर्खियों में हैं। गायकवाड़ ने दबंगई दिखाते हुए मारपीट की घटना पर खेद जताने से भी इनकार कर दिया और कहा कि जरूरत हुई तो वह फिर से ऐसा करेंगे।

उनका वीडियो तमाम टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ जिसमें वह कैंटीन कर्मचारी को घूंसे और थप्पड़ मारते हुए दिखाई दिए। कौन हैं संजय गायकवाड़ और किन-किन विवादों में उनका नाम आ चुका है। आइए, जानते हैं।

दर्ज की गई थी FIR

सितंबर, 2024 में गायकवाड़ ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा करके अच्छा-खासा राजनीतिक हंगामा खड़ा कर दिया था। इसके बाद उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। गायकवाड़ तब भी विवादों में आए थे जब उन्होंने पिछले साल एक वीडियो में यह दावा किया कि उन्होंने 1987 में एक बाघ का शिकार किया था और उसके दांत को पेंडेंट की तरह पहना था। वन विभाग ने तुरंत दांत जब्त कर लिया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था।

इस साल मार्च में गायकवाड़ का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह कुछ लोगों पर पुलिस के डंडे से हमला करते हुए दिखाई दिए थे। उनका एक और वीडियो आया था जिसमें एक पुलिसकर्मी गायकवाड़ की प्राइवेट गाड़ी को धोता हुआ दिखाई दिया था। तब सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को लेकर सवाल उठने पर विधायक ने कहा था कि पुलिसकर्मी ने उनकी गाड़ी के अंदर उल्टी कर दी थी और वह खुद ही गाड़ी को धोना चाहता था।

शिंदे ने जताई थी नाराजगी

इस साल अप्रैल में गायकवाड़ ने महाराष्ट्र पुलिस को दुनिया का सबसे अक्षम विभाग बताया था। बताया जाता है कि इस पर राजनीतिक विवाद बढ़ने के बाद शिंदे ने गायकवाड़ को फोन कर नाराजगी जाहिर की थी। यहां तक कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा था कि इस तरह की टिप्पणियों को लेकर कार्रवाई जरूरी है। बाद में गायकवाड़ माफी मांगने के लिए तैयार हुए थे।

गायकवाड़ छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी राजे पर भी टिप्पणियां कर चुके हैं। विवाद होने के बाद उन्होंने माफी मांगी थी और खुद को शिवाजी का सच्चा भक्त बताया था। पिछले विधानसभा चुनाव में जब वह सिर्फ 841 वोटों के अंतर से जीते थे तो उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था, ‘आप मुझे एक वोट भी नहीं दे सकते। आपको बस शराब, मटन और पैसे की परवाह है। इन लोगों को सिर्फ 2,000 रुपये में खरीदा गया है।’ इस दौरान उन्होंने मराठी में गलत शब्दों का भी इस्तेमाल किया था और उनकी टिप्पणी की काफी निंदा हुई थी।

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