वल्लभ ओजारकर

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए अडानी रियल्टी को दिया गया टेंडर रद् करने की मांग की है। उन्होंने कई खामियों और अनियमितताओं को बताते हुए शनिवार को कहा कि उनकी सरकार के सत्ता में आने पर धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए अडानी रियल्टी को दिया गया टेंडर रद्द कर दिया जाएगा और इसके बाद संशोधित नियम व शर्तों तथा रियायतों के साथ नया टेंडर जारी किया जाएगा।

शिवसेना नेता ने वहां रहने वालों को 500 वर्ग फुट का घर देने की मांग की

उन्होंने मौजूदा सरकार को भी सलाह दी कि इस अनुबंध को रद्द कर दें और नया टेंडर जारी करें। अपने मातोश्री आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि धारावी के निवासियों और व्यापारियों को विस्थापित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि वहां रहने वालों को इलाके में 500 वर्ग फुट का घर मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा, “हम सत्ता में आने के बाद धारावी झुग्गी पुनर्विकास परियोजना कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर देंगे और संशोधित नियमों और शर्तों के साथ एक नया टेंडर जारी करेंगे। सरकार को जवाब देना चाहिए कि इसे अभी क्यों नहीं रद्द किया जाना चाहिए। हम मुंबई को अडानी शहर नहीं बनने देंगे।”

ठाकरे ने आरोप लगाया- सरकार अडानी को दे रही ‘बेहिसाब लाभ’

ठाकरे ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार अडानी समूह को ‘बेहिसाब लाभ’ दे रही है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो सेना (UBT) कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे। धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (DRPPL) के प्रवक्ता ने ठाकरे द्वारा दिए गए बयानों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता राहुल शेवाले ने उनके आरोपों को निराधार बताया और कहा कि यह आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए और पार्टी के लिए चंदा प्राप्त करने के लिए लगाया जा रहा है।

शेवाले ने कहा कि ठाकरे परियोजना में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं और अडानी के खिलाफ झूठे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग ने हाल ही में सेना (यूबीटी) को दान स्वीकार करने की अनुमति दी है और इसलिए आज धारावी पुनर्विकास परियोजना के बारे में निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए चंदा लेने के लिए आरोप लगाए जा रहे हैं।”

शेवाले ने यह भी कहा कि पुनर्विकास परियोजना में धारावीकरों को 350 वर्गफुट का घर देने का फैसला ठाकरे को विश्वास में लेने के बाद लिया गया। पूर्व शिवसेना सांसद ने कहा, ‘उद्धव को भी इस बात की जानकारी थी कि सीआरजेड और हवाई यातायात नियमों के सभी पहलुओं पर विचार करते हुए धारावी निवासियों को 350 वर्गफुट से बड़ा घर नहीं दिया जा सकता। फिर भी, लोगों के बीच भ्रम पैदा करने के लिए 500 वर्गफुट के घर की अवास्तविक मांग को सामने लाया गया है। साथ ही सभी जानते हैं कि धारावी में मौजूदा पूरी जमीन का उपयोग धारावी में प्रकृति पार्क, धारावी कोलीवाड़ा, सीवेज परियोजना आदि जैसे मुद्दों के कारण पुनर्विकास के लिए नहीं किया जा सकता है। पिछले कई वर्षों से लंबित धारावी पुनर्विकास परियोजना ने शिंदे के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के दौरान गति पकड़ी। विपक्ष द्वारा केवल परियोजना को अवरुद्ध करने के लिए अनुचित मांग और आरोप लगाए जा रहे हैं। विपक्ष को धारावीकरों के कल्याण की कोई चिंता नहीं है और वे अपने राजनीतिक लाभ के लिए भ्रम का माहौल बना रहे हैं।’

हालांकि, ठाकरे ने इस परियोजना पर सवाल उठाए। ठाकरे ने कहा, “धारावी के पुनर्विकास की परिभाषा क्या है? क्या यह धारावी का विकास है या अडानी का? क्या किसी को पता है कि ब्लूप्रिंट में क्या है? वे मुंबई और धारावी को अडानी को देने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने अडानी को पूरे शहर में टीडीआर (हस्तांतरणीय विकास अधिकार) का उपयोग करने की पूरी छूट दे दी है। वे धारावी में 590 एकड़ का पुनर्विकास कर रहे हैं, लेकिन उन्हें मुंबई में हर जगह जमीन चाहिए। धारावी के लोगों को धारावी में ही घर मिलना चाहिए। अगर अडानी ऐसा नहीं कर सकते, तो उन्हें यह कहना चाहिए और इस टेंडर को रद्द करके नया टेंडर जारी किया जाना चाहिए। किसी दूसरे ठेकेदार को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाना चाहिए।”

उन्होंने दावा किया कि दुनिया के सबसे घने शहरी क्षेत्रों में से एक धारावी के पुनर्विकास के लिए अडानी समूह को अतिरिक्त रियायतें दी गई हैं, जो कॉन्ट्रैक्ट में नहीं बताई गई हैं, और कहा कि सेना (यूबीटी) ऐसी अतिरिक्त रियायतें नहीं देगी।

ठाकरे ने कहा, “हम अतिरिक्त रियायतें नहीं देंगे। हम देखेंगे कि धारावी के निवासियों के लिए क्या अच्छा है और अगर जरूरत पड़ी तो हम एक नया टेंडर जारी करेंगे।” पिछले साल नवंबर में गौतम अडानी के नेतृत्व वाली अडानी रियल्टी ने 20,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 259 हेक्टेयर की धारावी क्लस्टर पुनर्विकास परियोजना के लिए टेंडर पाया था।