अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के कराची में होने संबंधी एक टेप जारी होने के बाद शिवसेना ने उसे पकड़ने के लिए ओसामा बिन लादेन के खिलाफ की गई अमेरिका जैसी कार्रवाई करने की सरकार को चुनौती दी।
शिवसेना ने कहा कि आतंकवादी सरगना ओसामा बिन लादेन को मार गिराने के लिए अमेरिकी सेना ने जिस तरह की कार्रवाई की थी, सरकार को भी उसी तरह की कार्रवाई करनी चाहिए। टेप में दाऊद इब्राहिम के कराची में होने का दावा किया गया है।
केन्द्र में राजग सरकार में शामिल शिवसेना ने कहा कि दाऊद की गतिविधियों पर नजर रखने का क्या मतलब है जब उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा, ‘‘हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम जैसे खतरनाक आतंकवादी पाकिस्तान में बेखौफ रह रहे हैं और उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। इस तथ्य को साबित करने के लिए हमें किसी सबूत की जरूरत नहीं है। पाकिस्तान को छोड़कर कोई अन्य देश ऐसे लोगों को शरण नहीं दे सकता।’’
शिवसेना ने सवाल किया, ‘‘पिछले कई सालों से हम पाकिस्तान सरकार से इन भगोड़े माफियाओं को हमारे हवाले किए जाने का आग्रह करते रहे हैं लेकिन उसने अपने सीमा क्षेत्र में उनकी उपस्थिति मानने से भी इंकार कर दिया। लेकिन, क्या भारत सरकार भी वही हिम्मत दिखा पाएगी जैसा कि अमेरिका ने ओसामा बिन (लादेन) के सिलसिले में की…?’’
सरकार ने शनिवार को दाऊद के खिलाफ पाकिस्तान को काफी सबूत दिए जाने का हवाला देते हुए उसे भारत को सौंपने की बात कही थी।
शिवसेना ने सरकार के रूख पर कहा कि पाकिस्तान में छुपे आतंकवादियों और भारत के बीच जो ‘‘लुकाछिपी का खेल’’ चल रहा है, वह जारी रहेगा और इसका कोई नतीजा नहीं निकलेगा।
‘सामना’ में कहा गया, ‘‘हमारी सरकार कहती है कि वह उनकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए है…? आखिर इसका क्या फायदा होगा…? ये आतंकवादी भी तो भारत पर अपनी निगाह बनाए हुए हैं। लुकाछिपी का यह खेल कई सालों से चल रहा है और यह भविष्य में भी जारी भी रहेगा।’’
लखनऊ में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत ने बार बार पाकिस्तान से दाऊद को उनके हवाले करने को कहा है।
भारत इन्हें कब गिरफ्तार कर पाएगा, इस संबंध में सिंह ने विस्तार से नहीं बताते हुए कहा, ‘‘इंतजार करें और देखें।’’
सईद के बाद दाऊद भारत का सर्वाधिक वांछित अपराधी है जो 1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों का मास्टरमाइंड है। इस विस्फोट में 250 लोग मारे गए थे।