मीट बैन की मांग ने इन दिनों महाराष्ट्र की राजनीति में तहलका मचाकर रख दिया है। जैन समाज के पयूर्षण पर्व के दौरान ही मीट बैन की मांग को रखा गया था।
वहीं मुस्लिम संगठनों को शिवसेना का साथ मिल गया है और वह मीट बैन का विरोध करते हुए भी नज़र आ रहे हैं।
शिवसेना ने तो जैन समाज को खुली धमकी भी दे डाली है। ख़बर है कि शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय के ज़रिए यह साफ लिखा है कि पहले रूढि़वादी मुस्लिम ही धर्म के नाम पर परेशान करते थे।
अगर अब अल्पसंख्यक जैन समुदाय भी ऐसी मांगों पर अड़ेगा तो भगवान ही उन्हें बचा पाएगा। शिवसेना ने कहा कि अहिंसा के नाम पर किसी को उसके खाने से दूर करना भी एक तरह से हिंसा ही है।
Also Read: सोनम कपूर के बाद ‘Meat Ban’ को लेकर बोल पड़ी सोनाक्षी सिन्हा, यहां पढ़ें…
उद्धव ने लिखा कि जैन समाज का अर्थव्यवस्था पर दखल है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वे अपनी मांगों को मनवाने पर अड़ जाए। उन्होंने लिखा कि ये शिवाजी का महाराष्ट्र है और ऐसे लोगों से निपटना हमें आता है।
शिवसेना प्रमुख ने लिखा कि जैन समुदाय के लोगों को ऐसी बेकार की मांगें उठाना बंद कर देना चाहिए, यह उनके लिए अच्छा होगा।
उन्होंने कहा कि पयूर्षण पर्व पहले भी मनाया जाता रहा है लेकिन पहले कभी मीट का विरोध नहीं हुआ तो अब क्यों।
शिवसेना प्रमुख ने लिखा कि पर्व के नाम पर महाराष्ट्र को बांटने का काम नहीं करें। जियो और जीने दो के सिद्धांत पर चलते हुए जिसे जो खाना है खाने दो। धर्म के नाम पर किसी की निजता में दखल मत दें।