Sheila Dixit Death Anniversay: दिल्ली की सीएम रहीं शीला दीक्षित का शनिवार (20 जुलाई, 2019) को निधन हो गया था। 2019 में ही 11 जुलाई को उनकी शादी के 57 साल पूरे हुए थे। हालांकि, उनके पति विनोद दीक्षित उनसेे पहलेे ही छोड़ गए थे। 26 साल पहले उनका भी दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। दोनों ने साल 1962 में लव मैरिज की थी।
शीला दीक्षित ने अपनी किताब “सिटीजन दिल्ली: माय टाइम्स, माय लाइफ” में इस बात का जिक्र किया है कि शादी के दो दिन बाद जब वो घूंघट में ससुराल (लखनऊ) गई थीं, तब वहां बार-बार झुककर अनिगनत महिलाओं के पैर छूकर आशीर्वाद लिए थे। परिवार की परंपरा के मुताबिक नई बहू को घर के सभी लोगों के लिए खाना भी बनाना होता था, इसलिए दिल्ली के मिरांडा हाउस में पढ़ने वाली शीला को वहां कई लोगों का खाना बनाना पड़ा था और रात एक स्टोर रूम में गुजारनी पड़ी थी क्योंकि मेहमानों की वजह से घर में जगह की कमी थी।
शीला ने तब अपने पिता श्रीकृष्ण कपूर को खत लिखा था और इन परेशानियों के बारे में बताया था लेकिन शीला ने उसी पत्र में ये भी लिखा था कि वो सबकुछ संभाल लेंगी। परेशान होने की जरूरत नहीं है।
शीला ने अपनी दादी सास की तारीफ करते हुए लिखा है कि जब लोग उनके प्रेम विवाह की बात करते थे तो वो उन्हें बहुत गर्व से कहा करती थीं, “पढ़ी लिखी है, दिल्ली की लड़की है, एक मरांडा से आई है।” (यानी मिरांडा हाउस से पढ़ी लिखी है।) शीला ने लिखा, पति विनोद के अलावा उनके ससुर उमा शंकर दीक्षित जो स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस के नेता थे, उन दोनों का काफी प्रभाव उनकी जिंदगी पर पड़ा। बतौर शीला दीक्षित विनोद की दादी को लोग प्यार से मामू कहकर पुकारते थे।
शीला ने लिखा है, जब मामू के लिए हमने स्वेटर बनाया तो उसकी बांह तंज रह गई लेकिन मामू उस पर गुस्सा होने की बजाय उसकी तारीफ करने लगीं। दादी सास ने तर्क दिया कि बहूरानी जानती है कि मैं रोज दीया जलाती हूं, इसलिए स्वेटर की बांह में तेल न लग जाए या उसमें आग न पकड़ ले, इसलिए बहूरानी ने स्वेटर स्लीवलेस बना दिया है।