संसद के मानसून सत्र के पांचवें दिन सांसदों ने देश में ‘दलितों पर अत्याचार’ की घटनाओं पर चर्च की। राज्यसभा में इस पर दोपहर दो बजे बहस हुई। सदन में विपक्षी पार्टियों ने उना में एक दलित परिवार की पिटाई के मामले को लेकर हंगामा किया। दलित परिवार मृत गाय की चमड़ी निकाल रही थी। तभी कथित तौर पर गोरक्षक दल के सदस्यों ने उन पर हमला करके उनके पिटाई कर दी। दलित परिवार की पिटाई के मामले पर बहस के दौरान जदयू सांसद शरद यादव ने पूछा, ‘गोरक्षक किसने बनाए। सरकार इनको प्रतिबंधित क्यों नहीं करती? यह क्या तमाशा है?’

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गुरुवार को उना पहुंचकर पीड़ित दलित परिवार से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान राहुल ने पीड़ित परिवार से पूरी घटना का ब्योरा लिया और उन्हें न्याय दिलाने का पूरा भरोसा लिया। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद पीड़ित ने बताया, ‘मैंने राहुल गांधी को सब कुछ बताया। मैंने उन्हें बताया कि हमें कैसे पीटा गया था। उन्होंन कहा कि वे हमें न्याय दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे। हमें गांव क्यों छोड़ेंगे ? हमें परेशान करने वाले लोग गांव छोड़कर जाएं।’

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बता दें, गोवंश हत्या के शक में दलित युवकों के साथ गोरक्षक दल के सदस्यों ने मारपीट की थी। दलित युवकों को सुबह साढ़े नौ बजे पीटना शुरू किया गया और उन्हें दोपहर डेढ़ बजे तक पीटा जाता रहा तथा पीड़ितों के परिजनों ने बार-बार पुलिस को बुलाया लेकिन पुलिस ने कथित रूप से कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद पुलिस ने भी अपनी गलती स्वीकार की है। मामला सामने आने के बाद गुजरात में दलित समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन और आगजनी की।

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