महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शप) के मुखिया शरद पवार के पोते युगेंद्र पवार जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। युगेंद्र ने बीते रविवार को मुंबई के एक उद्योगपति की बेटी तनिष्का कुलकर्णी से अपने प्यार का इजहार किया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। जिसके बाद ऐसी उम्मीद है कि जल्द ही दोनों की सगाई होगी। इस बात की जानकारी युगेंद्र की बुआ और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने दी है। सुले ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के माध्यम से इस बात जानकारी देते हुए उनकी तस्वीरें भी साझा की।

सुले ने पोस्ट पर लिखा, “ये खुशखबरी साझा करते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है। मेरे भतीजे युगेंद्र की सगाई प्यारी तनिष्का से हो गई है। उन्हें जीवन भर प्यार, हंसी और साथ की शुभकामनाएं। परिवार में तनिष्का का स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।” युगेन्द्र ने इसको लेकर बताया कि उन्होंने रविवार को तनिष्का को प्रपोज किया और सगाई आगामी सप्ताह में होगी।

एक साल पहले शुरू हुआ था प्रेम

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए युगेंद्र ने को बताया, “मैंने आज तनिष्का को प्रपोज़ किया और उसने मेरा प्रपोजल स्वीकार कर लिया है। हमारी सगाई एक या दो दिन में हो जाएगी। शादी संभवतः नवंबर या दिसंबर में होगी।” युगेंद्र ने बताया कि उनका प्रेम संबंध एक साल पहले शुरू हुआ था। उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें उनसे प्यार हो गया, “हम एक साल पहले एक कॉमन फ्रेंड के घर पर मिले थे और उसके तुरंत बाद हमारा प्रेम संबंध शुरू हो गया।”

‘सिंधु-सरस्वती सभ्यता’ के टीले खत्म होने के कगार पर, ASI ने नहीं दिया ध्यान तो नष्ट हो सकते हैं पुरास्थल

युगेंद्र महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी बुआ सुप्रिया सुले के चुनाव अभियान का प्रबंधन करके राजनीति में प्रमुखता हासिल की। इस चुनाव में सुले के खिलाफ अजित की पत्नी सुनेत्रा पवार ने बारामती से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। जिसके बाद 2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान शरद पवार ने बारामती सीट से अपने चाचा अजित पवार के खिलाफ युगेंद्र को मैदान में उतारा था।

चुनाव के दौरान पवार ने कहा था, “पहले मेरी पीढ़ी थी। उसके बाद अजित की पीढ़ी आई और अब युगेंद्र के लिए कमान संभालने का समय आ गया है।” हालांकि इस चुनाव युगेंद्र को हार का सामना करना पड़ा। साल 2023 में जब एनसीपी का विभाजन हुआ तो युगेंद्र और उनका परिवार शरद पवार के साथ खड़ा था। वर्तमान में युगेन्द्र शरयु शुगर फैक्ट्री के कार्यकारी निदेशक और विद्या प्रतिष्ठान के कोषाध्यक्ष हैं।