महाराष्ट्र की सियासत में कुछ दिन पहले ही एक बड़ा सियासी खेला हो चुका है। अजित पवार जिस तरह से एनसीपी में दो फाड़ किए, जिस तरह से डिप्टी सीएम की शपथ ली, काफी कुछ जमीन पर बदल चुका है। लेकिन इस बीच रविवार को महाराष्ट्र की राजनीति में फिर हलचल तेज है। अचानक से अजित पवार अपने चाचा शरद पवार से मिलने पहुंच गए हैं। साथ में दूसरे बागी नेता भी आए हैं।
क्या बातचीत हुई, पता चल गया
बताया जा रहा है कि वाईबी सेंटर में ये मुलाकात हुई है। उस मुलाकात में अजित पवार के साथ प्रफुल्ल पटेल, हसन मुशरीफ और दिलीप पाटिल भी शामिल रहे। पवार के साथ हुई इस मुलाकात के दौरान एनसीपी चीफ को मनाने की कोशिश की गई। पहले बगावत कर जरूर एनडीए में शामिल हुआ गया, लेकिन अब तेवर नरम पड़े हैं। अजित गुट के नेता शरद पवार को अपने साथ लाना चाहते हैं।
मुलाकात के बाद प्रफुल्ल पेटल ने बताया कि हमारी तरफ से शरद पवार का आशीर्वाद लिया गया। हम किसी को बताकर यहां नहीं आए, बस पता चला कि साहेब यहां पर हैं, तो तुरंत आ गए। हमने उन्हें मनाने की कोशिश की है, उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है,लेकिन उन्होंने शांति से हमारी पूरी बात सुनी है। अब सवाल ये उठता है कि क्या शरद पवार का सही में हृदय परिवर्तन हो सकता है क्या? जो पवार कुछ दिन पहले तब फिर अपनी पार्टी खड़ी करने की बात कर रहे थे, क्या वे भतीजे से हाथ मिला सकते हैं?
शरद पवार क्या मान जाएंगे?
अटकलें तमाम तरह की लगाई जा रही हैं, लेकिन स्पष्ट कुछ भी नहीं है। वैसे इस मुलाकात को लेकर शरद पवार गुट की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। जयंत पाटिल ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि सुप्रिया सुले का फोन आया था, उसी वजह से तुरंत वाईबी सेंटर पहुंचा गया। क्यों बुलाया गया, इसकी कोई जानकारी नहीं थी।
जानकारी के लिए बता दें कि दो दिन पहले भी देर रात अजित पवार, अपने चाचा शरद पवार से मिलने पहुंच गए थे। उस समय एनसीपी प्रमुख की पत्नी बीमार थीं, उनका ऑपरेशन हुआ था, ऐसे में हालचाल लेने के लिए अजित वहां गए थे। उस समय तो अजित ने उस मुलाकात को सिर्फ शिष्टाचार तक सीमित रखा, लेकिन रविवार की बैठक ने बता दिया है कि शरद पवार को मनाने की कोशिश शुरू कर दी गई है।