एनसीपी प्रमुख शरद पवार एक बार फिर चर्चा का केंद्र बन गए हैं। उनकी तरफ से उद्योगपति गौतम अडानी से मुलाकात की गई है, उस मुलाकात की एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। बताया जा रहा है कि गुजरात में एक प्रोजेक्ट के उद्घाटन के लिए अडानी द्वारा ही एनसीपी प्रमुख को न्योता भेजा गया था। उस न्योते पर ही शरद पवार गुजरात भी पहुंचे और उनकी तरफ से कार्यक्रम की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर भी की गईं।
गौतम अडानी से मिले पवार, बीजेपी ने ली चुटकी
अब यहां ये समझना जरूरी है कि इंडिया गठबंधन गौतम अडानी के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तो कई मौकों पर अडानी पर निशाना साधा है, उनके जरिए मोदी सरकार को भी घेरने का काम किया गया है। लेकिन इस बीच शरद पवार की इस मुलाकात ने उनकी इंडिया गठबंधन के साथ निष्ठा को सवालों में ला दिया है। बीजेपी इसी मुद्दे पर इस समय मौज लेती नहीं थक रही है।
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि इंडिया में राहुल गांधी की कोई नहीं सुनता है। असम सीएम ने बोल दिया कि कांग्रेस अब चुप कैसे हो गई। अमित मालविया ने ट्वीट किया कि हर मोर्चे इंडिया गठबंधन में बस विरोधाभास ही दिख रहा है। बीजेपी इसे सहूलियत वाली राजनीति बता रही है जहां पर नेताओं को अडानी से दिक्कत भी है और उनके साथ की भी जरूरत है।
वैसे शरद गुट के नेता जयंत पाटिल ने उस मुलाकात पर सफाई देते हुए कहा है कि एनसीपी चीफ लंबे समय से अडानी को जानते हैं। उन्हें न्योता आया था, ऐसे में वे एक क्लीन प्रोजेक्ट के उद्घाटन के लिए गए। इसमें इतना विवाद क्यों हो रहा है। शरद पवार ने इंडिया गठबंधन की सभी बैठकों में हिस्सा लिया है। किसी को इस मुलाकात से क्या दिक्कत रह सकती है।
इंडिया गठबंधन क्यों परेशान?
जानकारी के लिए बता दें कि शरद पवार की गतिविधियों ने कई मौकों पर इंडिया गठबंधन को असमंजस की स्थिति में ला दिया है। बीच-बीच में उनका अपने भतीजे अजित पवार से मिलना, उद्योगपति के घर पर सीक्रेट मीटिंग का आयोजन होना, ये सारे वो काम जिसने पवार की ही विश्वसनीयत को इंडिया गठबंधन में कम कर दिया है। इसके ऊपर कुछ दिन पहले जब पीएम मोदी को सम्मानित किया गया था, उस कार्यक्रम में भी शरद पवार ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवा दी थी। बड़ी बात ये रही कि सभी इंडिया के नेताओं ने उनसे मना किया था, लेकिन फिर भी वे वहां चले गए।