चीन के सबसे अमीर कारोबारी की बात की जाए तो दिमाग में बरबस ही अलीबाबा के संस्थापक जैक मा का नाम कौंधने लगता है, लेकिन हकीकत इससे काफी परे है। अभी चीन के सबसे अमीर शख्स जोंग शानशान हैं। उन्हें चीन का वाटर किंग कहा जाता है। एक समय में शानशान एशिया के सबसे अमीर शख्स बन गए थे। जोंग ने भारतीय बिजनेसमैन मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ा था।
ब्लूमबर्ग इंडेक्स में जोंग शानशान 68.5 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन की श्रेणी में 11वें स्थान पर थे। जबकि भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी फिसलकर 12वें स्थान पर आ गए। शानशान इस मुकाम पर थोड़े समय के लिए ही काबिज रहे। हालांकि, सबसे अमीर व्यक्ति के तौर पर शानशान का जिक्र होने के साथ लोगों को लगता होगा कि वह IT इंडस्ट्री से हैं, लेकिन वह यहां तक पहुंचे हैं तो अपने बोतल बंद पानी और फार्मेसी कंपनियों की वजह से।
वाटर किंग के तौर पर मशहूर शानशान की संपत्ति बहुत तेज गति से बढ़ी है। उनकी यह उपलब्धि काफी शानदार है, क्योंकि चीन के बाहर उन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। उनकी उम्र 66 साल है। उनका न ही कोई राजनीतिक जुड़ाव है और न ही वह किसी अमीर परिवार से ताल्लुक रखते हैं। अपनी सूझबूझ और कारोबारी कौशल से वह एशिया के सबसे अमीर शख्स बनकर उभरे हैं। शानशान चीन की बोतलबंद पानी की सबसे बड़ी कंपनी Nongfu Spring के संस्थापक हैं। वह दवा की दिग्गज चीनी कंपनी Wantai के मालिक भी हैं।
अपने करियर की शुरुआत में शानशान ने कंस्ट्रक्शन वर्कर, न्यूज रिपोर्टर से लेकर बेवरेज कंपनी में सेल्समैन की नौकरी की। इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी शुरू की। उन्होंने बोतलबंद पानी की कंपनी Nongfu Spring की स्थापना 1996 में की थी। फिलहाल Nongfu Spring और Wantai के शेयरों में तेजी होने से शानशान की संपत्ति में यह बढ़ोत्तरी हुई है। वेबसाइट WION के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 85 अरब डॉलर पहुंच गई है। उन्होंने हाल ही में 1.1 अरब डॉलर की संपत्ति हांग-कांग एक्सचेंज में कंपनी का आईपीओ लाकर अर्जित की है।
दूसरे कामयाब लोगों की तरह से शानशान को भी शुरुआती दौर में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 1954 में चीन के Hangzhou में जन्मे शानशान को पैसे न होने की वदजह से स्कूल बीच में ही छोड़ना पड़ा था। 1966-76 के दौरान चीन में सांस्कृतिक आंदोलन चल रहा था। परिवार का पोषम करने के लिअ उन्हें कंस्ट्रक्शन साइट पर लेबर का काम भी करना पड़ा। 1977 में उन्होंने कॉलेज में प्रवेश के लिए एंट्रेंस एग्जाम दिया, लेकिन पहली बार में वह फेल हो गए। फिर Zhejiang की रेडियो और टीवी यूनिवर्सिटी में उन्होंने दाखिला लिया।
1984 में उन्होंने Zhejiang Daily के लिए बतौर रिपोर्टर काम किया। इस दौरान 500 से ज्यादा सेल्फ मेड कारोबारियों का इंटरव्यू किया। यहीं से उनके मन में अपना कारोबार शुरू करने की परिकल्पना ने जन्म लिया। 1988 में उन्होंने मशरूम से लेकर कछुए बेचने का काम भी किया। उसके बाद वह Wahaha ड्रिंक्स कंपनी से जुड़े। वहां से मिले आइडिया ने उन्हें Nongfu Spring शुरू करने की प्रेरणा दी। हालांकि, 1999 में वह विवादों में भी घिरे। उन पर आरोप लगा कि वह अपने पानी से नेचुरल मिनरल निकालने बंद कर दिए। तब वह लोगों को नेचुरल पानी के फायदे गिनाते थे।

