रामनवमी पर देश के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा को लेकर एक डिबेट के दौरान पैनलिस्ट के बीच जोरदार नोंकझोंक हो गई। डिबेट में एमपी के खरगोन में हिंसा के दौरान जख्मी हुए शिवम को लेकर जब मुस्लिम पैनलिस्ट शादाब चौहान से सवाल किया गया तो उन्होंने इन दंगों में विदेशी ताकतों के शामिल होने की बात कही।
टीवी चैनल न्यूज 18 की एक टीवी डिबेट के दौरान एंकर ने शादाब चौहान से पूछा कि शिवम को जिसने मारा उसके घर पर अगर बुल्डोजर चल गया तो इसे गैरकानूनी बताया जा रहा है और उसके साथ जो हुआ वो किस कानून के तहत आता है? इस पर शादाब चौहान ने दंगों में विदेशी ताकतों के इनवॉल्वमेंट की बात कही और शिवम के साथ हुई घटना की निंदा करते हुए मध्य प्रदेश में बुल्डोजर एक्शन को लेकर विरोध भी जताया। उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि अमेरिका और आईएसआईएस मिलकर मर्यादा पुरुषोत्तम राम की यात्राओं में गुंडों की फौज को इंप्लांट कर रहे हैं, जो जाकर मस्जिदों पर झंड़े लगाती है। किसी की भी तरफ से जो भी हिंसा होती है हम उसकी निंदा करते हैं। शिवम के साथ भी जो हुआ, बिल्कुल गलत हुआ। लेकिन बुल्डोजर चलाना अगर है तो फिर अदालतों को बंद कर दीजिए और पुलिस तय करेगी कौन अपराधी है और कौन नहीं है। पीएम आवास योजना के तहत बने घरों पर ये कहकर बुल्डोजर चला दिया गया कि वे गैरकानूनी हैं। तो क्या योजना के तहत बनाए गए घर अवैध जमीन पर बने हैं। पूरी तरह से राजनीतिक लाभ के लिए हिंदुस्तान के कल्चर को खत्म किया जा रहा है।
इस पर एंकर ने सवाल किया कि कौन राजनीतिक लाभ के लिए इस कल्चर को खत्म कर रहा है तो शादाब चौहान ने बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया की ओर इशारा करते हुए कहा, “सुप्रीम कोर्ट के एक बड़े वकील, मेरे बड़े भाई हैं वो, उन्होंने कहा था कि हर दंगा आरएसएस के लोग करवाते हैं।”
वहीं, बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने निजाम ए मुस्तफा के मुद्दे पर शादाब चौहान को घेरा। कुछ दिन पहले शादाब ने एक ट्वीट करके निजाम ए मुस्तफा की मांग की थी। बीजेपी प्रवक्ता के सवाल के जवाब में शादाब चौहान ने कहा, “इस देश में राम राज, अंबेडकर राज और लोहिया राज की बात हुई है, संविधान बदलना नहीं है। बल्कि जिस तरह निजाम ए मुस्तफा में न्याय था वही निजाम ए मुस्तफा है। किसी पर अन्याय ना हो किसी के साथ भेदभाव ना हो। महिलाओं का अधिकार हो ये हमारा निजाम ए मुस्तफा है।