SGPC Notice To Kangana Ranaut: भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत इस वक्त सुर्खियों में हैं। किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान को लेकर जहां उन्हें बीजेपी हाईकमान ने चेताया है तो वहीं विपक्षी दलों ने कंगना के इस बयान को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। अब इसी बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPS) ने मंगलवार को कंगना रनौत की आगामी फिल्म इमरजेंसी के निर्माताओं को सिखों के चरित्र और इतिहास को गलत तरीके से पेश करने के आरोप में कानूनी नोटिस भेजा है।

नोटिस में कहा गया है कि कट्टरपंथी सिख उपदेशक जरनैल सिंह भिंडरावाला और सिख समुदाय के किसी अन्य व्यक्ति ने कभी खालिस्तान की मांग नहीं की। यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित है। जिनके शासन काल में1975 में भारत में इमरजेंसी लगाई गई थी।

इस फिल्म में कंगना रनौत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं। फिल्म का ट्रेलर 14 अगस्त को रिलीज हुआ था और फिल्म के 7 सितंबर को रिलीज होने की संभावना है। एसजीपीसी के कानूनी सलाहकार एडवोकेट अमनबीर सिंह सियाली द्वारा भेजे गए नोटिस में फिल्म निर्माताओं से फिल्म से सिख विरोधी भावनाओं को दर्शाने वाले दृश्यों को हटाने के लिए कहा गया। ट्रेलर को सार्वजनिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाने के साथ-साथ सिख समुदाय से लिखित माफी मांगने की भी मांग की गई है।

SGPC ने कहा कि ऐसे दृश्य दिखाए गए हैं,जिनमें सिख पोशाक में कुछ किरदारों को असॉल्ट राइफलों में लोगों पर गोली चलाते हुए दिखाया गया है। नोटिस में कहा गया है कि ऐसा कोई सबूत या रिकॉर्ड नहीं है जो साबित करता हो कि भिंडरावाले ने कभी किसी से ऐसे शब्द कहे हों। एसजीपीसी ने नोटिस में कहा कि फिल्म सिख भावनाओं को ठेस पहुंचाने और सिख धर्म के बारे में गलत शिक्षा देने का एक साधन साबित होगी। नोटिस में कहा गया है कि फिल्म में सिख धर्म के इतिहास के काले दिनों को दिखाया गया है।

इससे पहले बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने हाल ही में किसान विरोधी टिप्पणी की थी। जिसको लेकर राजनीति गर्मा गई थी। किसान आंदोलन को लेकर कंगना के विवादास्पद बयान को लेकर जहां आम आदमी पार्टी ने हरियाणा के कई शहरों में प्रदर्शन किया तो वहीं कांग्रेस-सपा समेत कई विपक्षी दलों ने निशाना साधा।

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कंगना रनौत से अपने बयान के लिए सार्वजानिक रूप से माफी मांगने की बात कही। उन्होंने मीडिया से कहा कि भाजपा का केवल अभिनेत्री के बयान से किनारा करना काफी नहीं है। क्योंकि वह पार्टी की सांसद भी हैं। भाजपा को कंगना के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। पंधेर ने कहा कि कंगना के बयान के विरोध में किसान 31 अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन करेंगे।

कंगना ने किसान आंदोलन को लेकर क्या कहा था?

कंगना रनौत ने कहा था कि किसान आंदोलन के नाम उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां दुष्कर्म और हत्याएं हो रही थीं। सरकार ने किसान विधेयक को वापस ले लिया। नहीं तो उपद्रवियों की लंबी प्लानिंग थी। वहीं बीजेपी ने कंगना के बयान पर असहमति जताते हुए किनारा कर लिया। साथ ही पार्टी ने रनौत को किसान आंदोलन को लेकर कोई भी बयान देने से मना किया है।