सेम सेक्स मैरिज पर सुनवाई के दौरान सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट से एक ऐसा सवाल किया जिसका जवाब देने में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ और उनकी सारी टीम बेबस हो गई। पांच जजों की बेंच के एक जस्टिस माइक बंद करने से पहले कहते सुने गए कि ये पता लगाना तो वाकई नामुमकिन है। टीम के बाकी सदस्यों ने भी तुषार मेहता की दलील पर कोई जवाब नहीं दिया। फिर बहस दूसरे मुद्दों की तरफ मुड़ती चली गई।
मेहता ने पूछा- समलैंगिकों के बीच संबंध बिगड़े तो किसे मानेंगे पत्नी
दरअसल, तुषार मेहता ने बेंच से पूछा कि अगर दो पुरुष एक दूसरे से शादी करते हैं या फिर दो महिलाएं एक दूसरे से शादी करती हैं तो ऐसे में पति और पत्नी का तमगा किसे दिया जाएगा। जब तक दोनों के बीच सब कुछ ठीक है तब तक कोई बात नहीं। लेकिन अगर दोनों के बीच विवाद हो गया तो फिर अदालतें इस बात का निपटारा कैसे करेंगी दोनोंं के अलग होने की सूरत में गुजारा भत्ता कौन देगा। उनका कहना था कि अभी तक ये दस्तूर है कि पति पत्नी के बीच विवाद होने पर पत्नी गुजारा भत्ता हासिल करने के लिए क्लेम करती है। सेम सेक्स मैरिज में हम किसे पत्नी मानेंगे और किसे पति।
माइक बंद करने से पहले जस्टिस नरसिम्हा बुदबुदाए- ये पता लगाना तो नामुमकिन
मेहता का सवाल था कि माना सेम सेक्स मैरिज में किसी एक की मौत हो जाती है तो फिर विधवा का दर्जा किसे मिलेगा। उनका कहना था कि पति पत्नी के रिश्तों में पति की सारी संपत्ति पत्नी के पास चली जाती है। उसके दूसरे हक भी उसकी विधवा को मिलते हैं। ऐसे में अदालत कैसे फैसला करेगी कि कौन पत्नी है। पांच जजों की संवैधानिक बेंच के जस्टिस पीएस नरसिम्हा माइक बंद करने से पहले बुदबुदाते सुने गए कि ये पता लगाना तो हमारे लिए भी नामुमकिन होगा। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने मेहता के सवाल पर कहा कि फिर तो सेम सेक्स मैरिज में पति भी गुजारा भत्ते का हकदार हो जाएगा।
जब सीजेआई ने सीनियर एडवोकेट से पूछा- कहां है शादी का प्रूफ
उसके बाद मेहता ने तलाक के सेक्शन 13 का जिक्र किया तो सीजेआई ने कहा कि अगर शादी को कोर्ट में रजिस्टर न कराया जाए तो वो अवैध नहीं मानी जा सकती। उनकी बात खत्म होने के बाद जस्टिस भट्ट ने सवाल कि इस कोर्ट रूम में कितनी शादियां रजिस्टर हुई हैं। इस पर मेहता ने चुटकी लेते हुए कहा कि उनके सीनियर वकील साथी (राकेश द्विवेदी) की भी शादी कोर्ट में रजिस्टर नहीं हुई है। इस पर सीजेआई ने मजाकिया अंदाज में राकेश द्विवेदी से पूछा कि कहां है शादी का प्रूफ, कहां है शादी का प्रूफ। एडवोकेट ने भी हंसते हुए कहा कि रजिस्ट्रेशन के लिए वो फिर शादी कर लेंगे। इसके बाद तुषार मेहता ने स्पेशल मैरिज एक्ट का जिक्र कर कुछ और बातें कहीं। लेकिन उनके उस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं था, जिसमें उन्होंने पूछा था कि सेम सेक्स मैरिज से जुड़े मसले में हम किसी पत्नी मानेंगे और इसके लिए अदालत कौन सा तरीका इस्तेमाल करेंगी?