Citizenship Amendment Act: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हाल ही में उन प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की है जिनपर आरोप है कि उन्होंने राज्य में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। रामपुर जिले में प्रशासन ने सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान का हर्जाना वसूलने के लिए कुछ दिनों पहले 28 लोगों को करीब 14 लाख रुपए का नोटिस थमाया है। योगी सरकार की इस कार्रवाई पर वरिष्ठ पत्रकार तवलीन सिंह ने ट्वीट किया है। तवलीन सिंह ने लिखा है कि ‘बिना प्रक्रियाओं के पालन किये लोगों को हर्जाना भरने की सजा दी गई…लगता है उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का कोई मतलब नहीं रह गया है। राज्य के मुख्यमंत्री ने बदला लेने की धमकी दी थी…लेकिन क्या वो यह जानते हैं कि बदला लेना इंसाफ नहीं है..?’
तवलीन सिंह के इस ट्वीट के बाद अब ट्विटर पर यूजर्स ने उन्हें अपने निशाने पर ले लिया है और उन्हें ट्रोल करने लगे हैं। एक यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि ‘बेटे की जान पर आई तो मैडम रोने लगी।’ अभि, नाम के एक यूजर ने लिखा कि ‘वाह!!! मीलों दूर बैठ कर आप यह जान गईं कि प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया है।’ एक यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘ट्विटर पर लिखने के बजाए भारी-भरकम नाश्ता करने के बाद आपको अदालत में जाना चाहिए।’
अमन पांडे नाम के एक यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने का यह एक रास्ता है…अब कोई आंदोलनकारी कभी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं करेगा।’ एक अन्य यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘मैं आपको काफी सम्मान देता था। मुझे लगता था कि आप काफी बेबाक हैं…लेकिन अब आपने यह सम्मान खो दिया है…आप उनमें से एक हो गई हैं जो भ्रम फैलाते हैं।’
This amounts to punishment without due process. The rule of law seems no longer to matter in U.P. The Chief Minister threatened revenge but revenge is not justice. Does he know this? pic.twitter.com/SMRthDHJNQ
— Tavleen Singh (@tavleen_singh) December 25, 2019
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाल ही में सीएए और एनआरसी को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों पर भी कार्रवाई की है।
सोशल मीडिया पर नागरकिता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर झूठ फैलाने वाले 16,000 से ज्यादा अकाउंट को चिन्हित कर उनपर कार्रवाई की प्रक्रिया की जा रही है।