कांग्रेस के एक नेता ने बुधवार (3 मई) को कहा कि बीमार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चाहिए कि वह जल्द से जल्द अपने बेटे राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष नियुक्त कर दें, क्योंकि इसमें विलंब के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कांग्रेस मुक्त भारत का अपना सपना साकार करने में मदद मिल रही है। कांग्रेस की गोवा इकाई के पूर्व अध्यक्ष जॉन फर्नाडीस ने कहा, “अगर सोनिया गांधी बीमार हैं तो उन्हें कांग्रेस को बीमार नहीं करना चाहिए और उन्हें कांग्रेस मुक्त भारत बनाने में मोदी की मदद नहीं करनी चाहिए।”
फर्नांडीस ने कहा, “अगर वह राहुल गांधी को नेतृत्व सौंपना चाहती हैं तो उन्हें यह काम जल्द करना चाहिए।” कांग्रेस नेता ने 2014 के आम चुनाव में हार के बाद हाई कमान द्वारा तीन सालों तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सत्र न बुलाने को भी गलत बताया और कहा कि इससे केवल पार्टी को नुकसान हो रहा है।
दो बार राज्यसभा सांसद रह चुके फर्नांडीस ने कहा, “कांग्रेस को बीमार नहीं करना चाहिए। अगर मुझ जैसे कार्यकर्ता हों तो और हम साथ मिलकर काम करें तो कांग्रेस का फिर से उत्थान हो सकता है। कांग्रेस फिर से वापस आएगी, क्योंकि लोग चाहते हैं कि कांग्रेस आए। गोवा चुनाव से यह स्पष्ट है।”
बता दें कि कांग्रेसी नेताओं द्वारा राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने की मांग इससे पहले भी की जाती रही है। वहीं सोनिया गांधी भी कह चुकी हैं कि जब राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाएगा तो इसे सार्वजनिक किया जाएगा। यह बातें सोनिया ने पिछले महीने संसद भवन में कही थी। जिसके बाद राहुल गांधी के अध्यक्ष पद संभालने को लेकर चले रहे कयास थम गए थे।
दरअसल, कुछ दिनों से कांग्रेस में बड़े संगठनात्मक परिवर्तन की बातें सामने आ रही थी। इस दौरान कई बार सामने आया कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिल सकती है। हालांकि सोनिया गांधी के इस बयान के बाद अब कयास लगाए जाने लगे है कि राहुल को पद में अभी थोड़ा समय और लग सकता है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेता की ओर से भी राहुल गांधी को पार्टी की कमान संभालने की मांग लंबे समय से उठती रही है। हाल ही संपन्न हुए यूपी विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी ने सपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा था। लेकिन उन्हें बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था।

