सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना के आंकड़ों द्वारा ग्रामीण भारत की बेहद खराब तस्वीर पेश किए जाने पर आज कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और उनपर ‘गरीबों का अपमान’ करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ‘सूट बूट की सरकार’ सिर्फ अमीरों पर ही ध्यान केंद्रित करती है।
पार्टी प्रवक्ता राजीव गौड़ा ने यह भी आरोप लगाया कि राजग सरकार यूनिसेफ के उन आंकड़ों को ‘छिपा एवं दबा’ रही है, जो कि यह दर्शाते हैं कि मोदी का गुजरात शासन का मॉडल गरीबों के लिए ‘विनाशक’ साबित हुआ।
उन्होंने कहा कि बहु प्रतीक्षित सामाजिक आर्थिक एवं जाति जनगणना 2011 के जारी होने से यह खुलासा हो गया है कि ग्रामीण भारत में काफी काम किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने दावा किया कि पूर्व में कांग्रेस सरकार ने हरित क्रांति, श्वेत क्रांति और मनरेगा जैसे कार्यक्रम लाकर ग्रामीण भारत को बदलने के लिए काफी प्रयास किए थे।
गौड़ा ने कहा, ‘‘इसके विपरीत हमने राजग के सत्ता में आने के बाद देखा कि मोदी ने लोकसभा के मंच पर मनरेगा का मजाक उड़ाया था और उसे संप्रग एवं कांग्रेस की असफलताओं का एक स्मारक बताया था। जिस तरह उन्होंने इस बेहतरीन कार्यक्रम का मजाक उड़ाया था, वह अवमानना था। इस कार्यक्रम ने ग्रामीण भारत में सबसे गरीब लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित की थी।’’
गौड़ा ने कहा, ‘‘इसके बाद मोदी द्वारा की गई इस अवमानना की तर्ज पर राजग सरकार ने मनरेगा का फंड जारी नहीं किया और ग्रामीण भारत के लोगों के लिए लाभदायक साबित हो सकने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को हटाने की कोशिश की। सूट बूट की सरकार सिर्फ अमीरों एवं धनिकों पर या उनके कॉरपोरेट मित्रों पर ही ध्यान केंद्रित करती है, न कि भारत के उन लोगों पर, जिन्हें मदद की सख्त जरूरत है।’’
