चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कंपनी I-PAC की 23 सदस्यीय टीम को पुलिस ने होटल में नजरबंद कर दिया तो सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भड़क गया। गृह मंत्री अमित शाह की तरफ इशारा कर लोगों ने कहा कि जब BJP के पास खुद के ‘चाणक्य’ हैं तब फिर किशोर को क्यों गंभीरता से ले रही है।

जानकारी के मुताबिक 2023 के राज्य विधानसभा चुनावों से पहले ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस के राजनीतिक मूल्यांकन के लिए पिछले सप्ताह से त्रिपुरा के अगरतला के एक होटल में डेरा डाले हुए है। वहीं उन्हें नजरबंद किया गया। टीएमसी का मानना ​है कि बीजेपी इससे ‘डर’ रही है क्योंकि पार्टी पूरे देश में अपना आधार बढ़ा रही है। पार्टी का कहना है कि आईपैक की टीम को इस तरह हिरासत में लिया गया मानो वे अपराधी हों।

आईपैक की टीम को किया होटल में नजरबंद

उधर, सोशल मीडिया पर लोगों ने बीजेपी पर अपना गुस्सा उतारा। सादिक खान ने लिखा-क्या त्रिपुरा पुलिस अपने आपको किसी और देश का हिस्सा मान रही है जहा कोई राज्य की पार्टी आकार चुनाव नही लड़ सकती। हरिनारायन ने लिखा-कुछ दिन में किसी को अगर भारत में जाना है तो वीजा आवेदन करना होगा ऐसा प्रतीत हो रहा है।

एक यूजर ने लिखा-ये है असली और नए भारत का नया प्रजा तन्त्र कर लो क्या कर लोगे। अब तो भगत सिंह जैसे लोग ही समाधान निकाल सकते है जो अपनी जान की बाजी लगा देंगे। जबकि सचिन रावल का कहना था कि किस किस को करोगे नज़र बन्द ये सत्य है नही रुकेगा। एक यूजर ने पीएम मोदी को डरपोक कहा तो एक और का कहना था कि लोकतंत्र की हत्या?

संजय वरादे ने लिखा- जब BJP के पास खुद के ‘चाणक्य’ हैं तब फिर किशोर को क्यों गंभीरता से ले रही है। आशुतोष सिंह ने प्रशांत किशोर पर ही तंज कस दिया। उनका कहना था कि वो अपने फायदे के लिए देश को भी बेच सकता है। इन्हें सजा मिलनी चाहिए। एक व्यक्ति ने कहा- प्रशांत किशोर की टीम को त्रिपुरा जाने की क्या जरूरत थी। उनका कहना है कि जो हुआ अच्छा हुआ।