विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने शुक्रवार को एससीओ की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पाकिस्तान को आतंक का प्रवक्ता बता दिया। एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Pakistan Foreign Minister Bilawal Bhutto Zardari) की ‘आतंकवाद को हथियार बनाने’ वाली टिप्पणी पर निशाना साधा। गुरुवार को आयोजित एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने आतंकवाद पर पाकिस्तान के दोहरे मानकों को लेकर बिलावल भुट्टो पर निशाना साधा। वहीं सोशल मीडिया पर लोग जयशंकर की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
जयशंकर के पांच बयान, जिससे घबराया पाकिस्तान
- पाकिस्तान की विश्वसनीयता घटी: एस जयशंकर ने कहा कि एससीओ सदस्य देश के विदेश मंत्री के तौर पर बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ वैसा ही बर्ताव किया गया। जयशंकर ने आतंकवाद पर कहा, “पाकिस्तान आतंकवाद का कार्य कर रहा है। मैं आज जो हुआ उस पर बंदूक नहीं उछालना चाहता, लेकिन हम सभी समान रूप से नाराज महसूस कर रहे हैं। आतंकवाद के मामले में मैं कहूंगा कि पाकिस्तान की विश्वसनीयता उसके विदेशी मुद्रा की तुलना में तेजी से कम हो रही है। उसको लोन लेने के लिए घर-घर दस्तक देने पर मजबूर होना पड़ा है।”
- G-20 से पाकिस्तान का लेना-देना नहीं, POK छोड़े: एस जयशंकर ने कहा, “मैं कहता हूं कि पाकिस्तान का G20 से कोई लेना-देना नहीं है। मैं यह भी कहूंगा कि उनका श्रीनगर से कोई लेना-देना नहीं है। कश्मीर पर चर्चा करने के लिए केवल एक ही मुद्दा है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर वह अपना अवैध कब्जे कब हटाएगा।”
- पाकिस्तान आतंकवाद का प्रवक्ता: जयशंकर ने कहा, “एक एससीओ सदस्य देश के विदेश मंत्री के रूप में बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ उसी अनुसार व्यवहार किया गया था। लेकिन पाकिस्तान एक आतंकवाद का उद्योग और प्रवक्ता है। जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद पर भारत की चिंताओं का समाधान नहीं करता तब तक द्विपक्षीय वार्ता नहीं हो सकती। आतंकवाद के पीड़ित आतंकवाद के अपराधियों के साथ मिलकर आतंकवाद पर चर्चा नहीं करते हैं।”
- साजिशकर्ता और पीड़ित साथ नहीं बैठ सकते: एस जयशंकर ने कहा, “आतंकवाद के पीड़ित अपना बचाव करते हैं लेकिन समर्थक इसे वैध ठहराते हैं और वास्तव में यही हो रहा है। आतंकवाद के साजिशकर्ता और पीड़ित एक साथ नहीं बैठ सकते।”
- आर्टिकल 370 अब इतिहास, जम्मू कश्मीर भारत का: एस जयशंकर ने धारा 370 पर कहा, “जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 का हटना अब इतिहास बन गया है, जितना जल्दी आ इसे समझ जाएंगे, उतना बेहतर होगा। जम्मू कश्मीर भारत का था और भारत का रहेगा।”

