बुली बाय नाम की वेबसाइट पर मुस्लिम महिलाओं की नीलामी वाली लिस्ट में शामिल आरजे सायमा रहमान ने इस मामले पर खुलकर अपने विचार रखे हैं। बुली बाय पर 100 से ज्यादा मुस्लिम महिलाओं के लिए बोली लगवाने का आरोप है। इसके खिलाफ मामला दर्ज हो गया है, और आगे की कार्रवाई जारी है।

सायमा रहमान ने यूट्यूब चैनल ‘द देशभक्त’ से बात करते हुए इस मामले पर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जब मॉर्फ्ड पिक्चर के जरिए मुस्लिम महिलाओं की नीलामी के लिए बोली लगवाई गई थी। तब लड़कियों ने बुली बाय के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने कुछ भी कार्रवाई नहीं की। कार्रवाई ना होने ने बदमाशों के हौंसले और बढ़े और फिर नए साल के पहले दिन ही 100 से ज्यादा मुस्लिम महिलाओं के लिए बोली लगाई जाने लगी।

उन्होंने कहा कि जिन शब्दों का इस्तेमाल इस नीलामी प्रक्रिया के लिए किया जाता है, वो बहुत ही खराब है, और ये शब्द रहमान, पिछले कुछ सालों से सुनती आ रही हैं। उन्होंने कहा- यह आवाज को दबाने के लिए किया जा रहा है, जो नाम इनमें शामिल हैं, वो महज एक नाम नहीं है, एक आवाजें हैं…वो इस समाज के लिए कड़वे सवाल हैं…ये वो आवाजें हैं जिसने हमेशा सच का, हक का साथ दिया है। जिन्होंने अपने लिए और बाकियों के लिए आवाजें उठाईं हैं। इसलिए उस लिस्ट में लड़कियों के नाम भी शामिल हैं, और जेएनयू के एक लापता छात्र की मां के नाम भी है और मेरा नाम भी है।

उन्होंने आगे कहा कि लोग उनसे पूछते हैं कि उनका नाम इस नीलामी वाली मुस्लिम महिलाओं की लिस्ट में क्यों शामिल हैं। इस सवाल के जवाब में सायमा कहती हैं- आपको पता है मेरा नाम क्यों है, जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए कुछ बॉक्सेज को टिक करना होता है… मैंने उन बॉक्सेज को टिक किया हुआ है। बॉक्स नंबर वन कि मैं एक औरत हूं, बॉक्स नंबर टू कि मैं मुस्लिम हूं, बॉक्स नंबर थ्री कि मैं आजाद सोच वाली इंसान हूं और बॉक्स नंबर फोर कि मैं सक्सेसफुल इंसान हूं”।

उन्होंने कहा कि जो ये सोचते हैं कि किसी को दबाकर वो राजा बन सकते हैं, राज कर सकते हैं, उनके लिए ऐसी आवाजों को दबाना बहुत जरूरी है।