सारदा चिटफंड घोटाला मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और काग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम की पत्नी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सीबीआई ने सारदा घोटाले में नलिनी चिदंबरम के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल कर दिया है। पीटीआई की खबर के मुताबिक सीबीआई अधिकारियों ने शुक्रवार (11 जनवरी) को बताया कि सीबीआई ने नलिनी चिदंबरम के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि नलिनी ने चिटफंड घोटाले में शामिल सारदा ग्रुप ऑफ कंपनीज से 1.4 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे। सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने बताया कि ऐसा आरोप है कि सारदा ग्रुप के मालिक सुदीप्त सेन और अन्य आरोपियों के साथ कंपनी के धन की धोखाधड़ी और हेराफेरी करने के इरादे से साजिश रचने में नलिनी शामिल थीं। सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह की पत्नी मनोरंजना सिंह ने सुदीप्त सेन को नलिनी चिदंबरम से मिलवाया था ताकि वह उसके खिलाफ सेबी, आरओसी जैसी विभिन्न एजेंसियों द्वारा जांच से निपट सकें और उसके लिए नलिनी ने 2010-12 के बीच सेन की कंपनियों से कथित तौर पर 1.4 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे।
उन्होंने बताया कि कोलकाता की एक विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई। समूह ने लोगों को ब्याज दरों का लालच देकर 2500 करोड़ रुपये जुटाए थे, जिन्हें चुकाया नहीं गया। रिटर्न भरने में नाकाम रहने के बाद सेन ने 2013 में कंपनी का संचालन बंद कर दिया था। सारदा घोटाले में यह छठी चार्जशीट है जिसे 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपा था।
बता दें कि नलिनी सिंह सुप्रीम कोर्ट की वकील हैं। पिछले वर्ष अप्रैल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सारदा मामले में नलिनी सिंह को नोटिस भेजा था। सुदीप्त सेन फिलहाल जेल में बंद है। पिछले वर्ष नलिनी ने ईडी द्वारा जारी के किए गए समन खिलाफ मद्रास हाईकोर्ट में चुनौती भी दी थी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था।