सनातन विवाद को लेकर देश की सियासत लगातार उबाल मार रही है। उदयनिधि के एक बयान ने इंडिया गठबंधन को चुनावी मौसम में बुरा फंसा दिया है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने हिंदुत्व की पिच को और ज्यादा मजबूत करते हुए इस मुद्दे को लपक लिया है। इस समय पार्टी का हर नेता उदयनिधि के बयान के जरिए पूरे विपक्ष को कटघरे में खड़ा कर रहा है। इसी कड़ी में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस विवाद पर बड़ा बयान दे दिया है।

योगी की दो टूक

सीएम योगी ने जोर देकर कहा है कि सनातन को कोई भी नहीं मिटा सकता है। उन्होंने कहा कि ये लोग बस सरकार के काम को कम दिखान के लिए सनातन पर उंगली उठाने का काम कर रहे हैं। लेकिन विरोध करते-करते ये भूल जाते हैं कि रावण को भी अहंकार हो गया था, बाबर-औरंगजेब ने भी कोशिश की थी, लेकिन कोई भी कभी सनातन को नहीं मिटा पाया। ऐसे में ये तुच्छ लोग कैसे सनातन को मिटा देंगे।

विपक्ष पर निशाना

मुख्यमंत्री ने अपने बयान में आगे ये भी कहा कि सत्य तो हमेशा से ही एक रहता है। ये लोग मूर्ख हैं जो सूर्य पर ही थूकने का काम कर रहे हैं। लेकिन ये करते हुए भूल रहे हैं कि थूक इनके ऊपर ही गिरेगा। रावण ने भी ईश्वर को चुनौती दी थी, लेकिन उसका सबकुछ खत्म हो गया। सनातन धर्म एक सत्य है जिसे कोई नहीं मिटा सकता।

क्या है पूरा विवाद?

अब जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उनकी तरफ से सनातन की तुलना मलेरिया-डेंगू से कर दी गई थी। उन्होंने सनातन को भेदभाव का कारण बता दिया था, उनकी नजरों में इसके खत्म होने की जरूरत है। उस बयान के बाद से ही सियासत तेज हो गई और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।