अग्निपथ योजना के विरोध में अब किसान संगठनों ने भी मोर्चा खोला है। संयुक्त किसान मोर्चा 7 अगस्त 2022 से राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करेगा। SKM ने शनिवार को कहा कि वह रविवार को सैन्य भर्ती के लिए केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ देशव्यापी अभियान शुरू करेगा।
कृषि संघों के प्रमुख संगठन का कहना है कि यह योजना किसान परिवारों के लिए एक बड़ा झटका है, जिनके युवा सशस्त्र बलों का हिस्सा रहे हैं। यह अभियान पूर्व सैनिकों के संयुक्त मोर्चा और विभिन्न युवा संगठनों के सहयोग से शुरू किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने बयान में कहा, “अग्निपथ योजना ने सशस्त्र बलों में नियमित, स्थायी भर्ती की आजमाई हुई और परखी हुई पद्धति को समाप्त कर दिया है। इसका मतलब होगा कि सशस्त्र बलों की वर्तमान स्वीकृत संख्या 14 लाख से घटकर मात्र 7 लाख हो जाएगी।”
प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामलों को वापस लेने की मांग: मोर्चा ने आगे लिखा, “यह किसान परिवारों के लिए एक गंभीर झटका है जिन्होंने अपने युवाओं को सशस्त्र बलों में भेजकर राष्ट्र के लिए योगदान दिया है।” बयान में कहा गया, “अग्निपथ विरोधी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सभी मामलों को वापस लिया जाना चाहिए और गिरफ्तार युवाओं को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। रक्षा क्षेत्र में कोई निजीकरण नहीं होना चाहिए। साथ ही सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा और सशस्त्र बलों के सम्मान और मनोबल की रक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए। “
लंबित रिक्तियों को तुरंत भरने की मांग: संयुक्त किसान मोर्चा ने लिखा, “प्रस्तावित भर्ती पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, पश्चिमी यूपी और पूर्वी राजस्थान जैसे क्षेत्रों की हिस्सेदारी को गंभीर रूप से कम कर देगी, जिन्होंने पीढ़ियों से सशस्त्र बलों में योगदान दिया है।” संयुक्त मोर्चा की मांग है कि लंबित रिक्तियों और चालू वर्ष की रिक्तियों को नियमित और स्थायी भर्ती की पूर्व-मौजूदा पद्धति से तुरंत बाद भरा जाना चाहिए।
गौरतलब है कि 14 जून को घोषित अग्निपथ योजना में साढ़े 17 और 21 वर्ष की आयु के युवाओं को केवल चार साल के लिए भर्ती करने का प्रावधान है। जिसमें से 25 प्रतिशत की सर्विस आगे 15 वर्षों तक बढ़ा दी जाएगी। 2022 के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया है। भारत के कई हिस्सों में जून 2022 में अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे, आंदोलनकारियों ने इस योजना को वापस लेने की मांग की थी।