भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा मंगलवार (11 अप्रैल, 2023) को ओडिशा के पुरी जिले में झामू जात्रा में पूजा के दौरान जलते हुए कोयले पर चले। वह लगभग 10 मीटर तक जलते हुए कोयले पर चले। इसके बाद उन्होंने ट्वीट करके बताया कि उन्होंने तीर्थयात्रा में भाग लिया और माता की पूजा अर्चना की व गांव वालों की सुख-समृद्धि की कामना की।
पात्रा ने लिखा, “आज, मैंने पुरी जिले के समांग पंचायत के रेबती रमण गांव में तीर्थयात्रा में भाग लिया, आग पर चलकर माता का पूजन किया और उनका आशीर्वाद लिया और ग्रामीणों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस तीर्थयात्रा में आग पर चलकर माता का आशीर्वाद प्राप्त कर स्वयं को धन्य महसूस कर रहा हूं।” भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्होंने लोगों के कल्याण और क्षेत्र में शांति के लिए आग पर चलने का कार्य किया। परंपरा के अनुसार, झामू जात्रा एक तपस्या है और भक्त अपनी इच्छाओं की पूर्ति तथा देवी मां को प्रसन्न करने के लिए आग पर भी चलते हैं।
पात्रा ने अपने ट्वीट में एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वह जलते कोयलों पर चलते नजर आ रहे हैं। इस दौरान उनके आस-पास काफी सारे लोग हैं, जो ‘जय मां दुलन’ का जाप कर रहे हैं और झांझ बजा रहे हैं। परंपरा के अनुसार, झामू जात्रा एक तपस्या है और भक्त इच्छाओं की पूर्ति के लिए देवी दुलन को प्रसन्न करने के लिए आग पर चलकर या अपने शरीर पर नाखून छिदवाकर खुद को पीड़ा पहुंचाते हैं। संबित पात्रा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पुरी से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह बीजेडी उम्मीदवार पिनाकी मिश्रा से हार गए थे। पिनाकी ने उन्हें 10,000 वोटों के अंतर से हराया था।
झामू जात्रा बैशाख महीने में मनाया जाता है, जो पाणा संक्रांति के दिन समाप्त होता है। पाणा संक्रिांति ओड़िया लोगों का नया साल है। यह त्योहार शिव और हनुमान मंदिरों के दर्शन के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर लोग तीर्थस्थलों में नहाते हैं और विभिन्न पारंपरिक कला व नृत्य में हिस्सा लेते हैं। इस दिन एक विशेष पेय का भी आयोजन किया जाता है। यह पेय आम,दूध, दही और नारियल से बनाया जाता है। इस पेय को पाना कहते हैं। यह इस त्योहार के नाम का स्त्रोत है।