संभल हिंसा मामले में राजनीति तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल हिंसा की जांच के लिए संभल का दौरा करने वाला था। लेकिन उन्हें संभल जाने से रोक दिया गया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे सपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले थे, लेकिन उनके घर के बाहर भारी पुलिसबलों की तैनाती कर दी गई है। प्रतिनिधिमंडल के किसी भी सदस्य को संभल जाने की अनुमति नहीं है। संभल के सांसद जियाउर रहमान बर्क और मुजफ्फरनगर से सांसद हरेंद्र मलिक को भी पुलिस ने रोक दिया है।
जिले में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए संभल प्रशासन ने शनिवार को संभल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध को 10 दिसंबर तक बढ़ा दिया। यह विस्तार उस दिन हुआ जब समाजवादी पार्टी के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को इकट्ठा होने के लिए संभल का दौरा करना था।
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे का बड़ा दावा
पुलिस की तैनाती पर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “संभल के डीएम ने मुझे फोन किया और कहा कि आप यहां पर न आए। स्थिति बिगड़ सकती है। 10 तारीख तक निषेधाज्ञा धारा लागू है। इसके बाद मुझे होम सेक्रेटरी संजय प्रसाद का फोन आया और मुझसे उन्होंने कहा कि आप संभाल मत जाइए, स्थिति बिगड़ सकती है। मैंने उनसे कहा कि ठीक है, हम पार्टी ऑफिस जाएंगे और वहां पर तय करेंगे कि आगे क्या करना है।”
माता प्रसाद पांडे ने कहा कि सबसे पहले उन्हें मुझे नोटिस देना चाहिए था लेकिन बिना किसी नोटिस के मेरे घर के सामने पुलिस की तैनाती कर दी गई। उन्होंने कहा कि बहराइच मामले में भी पहले मुझे नोटिस दिया गया था कि आप यहां पर ना आइए, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ नहीं किया गया।
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सपा प्रतिनिधिमंडल जाने वाला था संभल
सपा का प्रतिनिधिमंडल शाही जामा मस्जिद में अदालत के आदेश के बाद भड़की हिंसा के बारे में जानकारी जुटाने के लिए संभल जा रहा था। इलाके में धारा 144 लागू है। ऐसे में जिले में किसी के आने पर भी रोक लगी हुई है। इससे पहले सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने कहा था कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल संभल जाएगा। प्रतिनिधिमंडल अपनी रिपोर्ट पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को सौंपेगा।
सपा प्रतिनिधिमंडल में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे, विधान परिषद में विपक्ष के नेता लाल बिहारी यादव, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल सांसद जियाउर रहमान बर्क, सांसद हरेंद्र मलिक, सांसद रुचि वीरा, सांसद इकरा हसन और नीरज मौर्य शामिल हैं। इसके अलावा विधायक कमाल अख्तर, रविदास मेहरोत्रा, नवाब मोहम्मद और पिंकी सिंह यादव भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं। पढ़ें संभल हिंसा मामले में पुलिस की FIR में हुआ क्या बड़ा खुलासा