समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य राम गोपाल यादव ने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू से अकेले में मुलाकात की। राम गोपाल ने इस मुलाकात के दौरान एक ‘खास परेशानी’ का जिक्र किया।
सपा सांसद ने टूटे शीशे का कारण दिन की शुरुआत ‘अपशकुन’ के साथ होने का मुद्दा रखा। वह संसद भवन की लॉबी में लगे लिफ्ट में टूटे शीशे का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने राज्यसभा सभापति से कहा कि लॉबी में लगे लिफ्ट में शीशा अक्सर टूटा रहता है। इस लिफ्ट का प्रयोग कैंटीन स्टाफ भी सामान लाने लेजाने में करते हैं।
यादव ने कहा कि सुबह-सुबह टूटा शीशा देखना ‘अपशकुन’ होता। उन्होंने नायडू से इस समस्या को दूर करने का आग्रह किया। वेंकैया नायडू ने राम गोपाल यादव के इस आग्रह को स्वीकार कर लिया। उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों को इस समस्या को दूर करने का आदेश दिया। राजनेताओं के लिए अपशकुन, अंधविश्वास जैसी चीजें कोई नई बात नहीं है।
पिछले साल हिंदी पट्टी के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद भी कांग्रेस नेताओं में अंधविश्वास देखने को मिला था। पार्टी ने शुभ मुहूर्त के इंतजार के बाद 17 दिंसबर को भोपाल, जयपुर और रायपुर में एक दिन शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया था। 11 दिंसबर को चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद हिंदू कैलेंडर के अनुसार अगले 5 दिन पंचक थे।
पंचक को अशुभ माना जाता है। अंधविश्वास में भाजपा नेता भी पीछे नहीं है। बताया जाता है कि 13 साल मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान अशोकनगर शहर में नहीं गए थे। ऐसा अंधविश्वास है कि मुख्यमंत्री रहते जब भी किसी ने वहां का दौरा किया वह अगला चुनाव नहीं जीता।
भाजपा के ही एक नेता ने अशोक नगर से जुड़े अंधविश्वास पर बताया कि कांग्रेस के श्याम चरण शुक्ला, पीसी सेठी, अर्जुन सिंह, मोती लाल वोरा, भाजपा के सुंदर लाल पटवा अशोक नगर का दौरा करने के बाद सत्ता में वापसी नहीं कर सके।

