समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में पार्टी नेताओं को विवादित बयान देने से बचने की नसीहत दी थी। उनकी चेतावनियों के बावजूद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने हिंदू धर्म को एक धोखा बता दिया, जिसके बाद विवाद तेज हो गया।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ”हिंदू एक धोखा है। RSS प्रमुख मोहन भागवत दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है बल्कि यह जीने का एक तरीका है। प्रधानमंत्री मोदी भी कह चुके हैं कि वहां कोई हिंदू धर्म नहीं है। जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होती लेकिन अगर स्वामी प्रसाद मौर्य यही कहते हैं तो अशांति फैलती है।”

स्वामी प्रसाद के बयान पर छिड़े विवाद के बाद समाजवादी पार्टी ने खुद को इससे अलग कर लिया है। सपा नेता डिंपल यादव ने कहा कि यह स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी बयान है।

अखिलेश यादव ने धर्म और जाति पर टिप्पणी न करने की दी नसीहत

इससे पहले समाजवादी पार्टी कार्यालय पर रविवार को आयोजित हुई महापंचायत में अखिलेश यादव ने बिना किसी का नाम लिए पिछले दिनों राम और रामचरितमानस पर उनके पार्टी के नेता द्वारा की गई टिप्पणी पर विरोध जताया। अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसी चीजों पर पार्टी अंकुश लगाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसी चीजों पर रोक लगाई जाएगी साथ ही उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नहसीहत दी कि वह किसी भी धर्म और जाति को लेकर के कोई टिप्पणी न करें।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले भी दिए थे विवादित बयान

ऐसा पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस तरह का विवादित बयान दिया है। इससे पहले भी वह हिंदू धर्म, मां लक्ष्मी और रामचरितमानस पर दिए गए बयान को लेकर चर्चा में आए थे। सपा नेता ने माता लक्ष्मी पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि दुनिया में कहीं भी चार हाथ वाले बच्चे पैदा नहीं होते तो माता लक्ष्मी कैसे हो गईं? इससे पहले उन्होंने हरदोई में कहा था कि जिसको तुम हिंदू राष्ट्र बोलते हो वह भारत राष्ट्र शापित है। यह भारत कभी भी न हिंदू राष्ट्र था, न है और न रहेगा इसलिए हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले देशविरोधी हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह भी कहा था कि रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया। तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था। करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते। इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए उन्होंने कहा था कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।