जम्मू-कश्मीर की पीपल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन ने मंगलवार को क्षेत्रीय दलों के गुप्कर गठबंधन से बाहर आने का फैसला किया। मालूम हो कि जम्मू कश्मीर में अगस्त 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने के खिलाफ लोन समेत कई नेताओं ने गुप्कर गठबंधन तैयार किया था। जिसके लोन आधिकारिक प्रवक्ता थे। लोन ने गठबंधन को लिखे एक पत्र में साथी दलों पर आरोप लगाया, जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी शामिल हैं, कि हाल ही में हुए जिला विकास परिषद चुनावों में एक सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम के बावजूद प्रॉक्सी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया।

उन्होंने अपने पत्र में कहा, “ गठबंधन चलाने के लिए सभी दलों को दूसरे दलों को जगह देने की जरूरत होती है। लेकिन गुप्कर में कोई सहयोग नहीं कर रहा है। कोई भी दल दूसरे को जगह देने को तैयार नहीं है, कोई भी पार्टी कुछ छोड़ने को तैयार नहीं है। हमने कश्मीर में चुनाव के दौरान एक दूसरे के खिलाफ ही लड़ाई लड़ी। ”

मालूम हो कि गुप्कर गठबंधन का गठन पिछले साल अक्टूबर में संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति को बहाल करने के उद्देश्य से किया गया था। जिसे 5 अगस्त 2019 को नरेंद्र मोदी सरकार ने रद्द कर दिया था। बता दें कि डीडीसी चुनाव में गठबंधन ने 110 सीटें जीती हैं। दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।


लोन ने पत्र में कहा, “गुप्कर ने इन चुनावों को जीता और ज्यादातर सीटों पर जीत हासिल की लेकिन गठबंधन उम्मीदवारों के खिलाफ गठबंधन की पार्टी के लोगों ने ही वोट डाले और चुनाव में गठबंधन का खराब वोट शेयर रहा। ”

लोन ने कहा कि उनकी पार्टी के लिए गठबंधन में बने रहना मुश्किल है। पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता ने लिखा, यह धारा 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों का वोट शेयर नहीं था। उन्होंने लिखा,”गठबंधन में विश्वास नहीं है।” लोन ने लिखा कि इसलिए गठबंधन से बाहर निकलना चाहिए और मैं कह रहा हूं कि अब हम गुप्कर गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगे।

उन्होंने आगे कहा कि वह गठबंधन के उद्देश्यों के लिए लड़ना जारी रखेंगे। लोन ने पत्र में लिखा, “हम उन उद्देश्यों का पालन करना जारी रखेंगे जो हमने निर्धारित किए थे जब यह गठबंधन बनाया गया था।” “और गुप्कर नेतृत्व को आश्वासन देते हैं कि हम उन सभी मुद्दों पर समर्थन करेंगे जो घोषित उद्देश्यों के दायरे में आते हैं। हमने सभी पार्टी नेताओं को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि वे गुप्कर गठबंधन या उसके नेताओं के खिलाफ कोई बयान जारी न करें। ‘

इस पर जम्मू और कश्मीर अपनी पार्टी नेता अल्ताफ बुखारी ने कहा कि गुप्कर गठबंधन से पीपल्स कॉन्फ्रेंस का बाहर जाना बताता है कि इस “अवसरवादी” गठबंधन के पतन की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है।