Sukhbir Singh Badal Net Worth: पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के पास 2022 के चुनावी हलफनामे के अनुसार कुल 400 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है। इसमें उनके पास चल और अचल दोनों प्रकार की संपत्तियां शामिल हैं। सुखबीर बादल और उनकी पत्नी, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के पास संपत्तियों में रियल एस्टेट, कृषि जमीनें, व्यावसायिक जायदाद और कीमती सोने के जेवर प्रमुख रूप से शामिल हैं।
अकाली नेता के पास पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कृषि और गैर-कृषि भूमि हैं। इसके अलावा लुधियाना और जालंधर में व्यावसायिक संपत्तियां हैं। चंडीगढ़ के सेक्टर-9 में उनके पास 24 करोड़ रुपए का एक आवास भी है। यह 2225 वर्ग गज में फैला हुआ है।
95.82 लाख रुपए मूल्य के घोड़े और तीन लाख रुपए के दो हथियार भी हैं
सुखबीर सिंह बादल के पास 95.82 लाख रुपए मूल्य के घोड़े और तीन लाख रुपए के दो हथियार भी हैं। इसके अलावा, उनके पास 2.38 लाख रुपये के दो ट्रैक्टर हैं, जबकि उनकी पत्नी के पास 7.24 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और 3.40 लाख रुपये मूल्य की पेंटिंग है। सुखबीर बादल ने अपने हलफनामे में यह बताया है कि उनके पास कोई कार नहीं है, लेकिन उनकी और उनकी पत्नी की कुल संपत्ति क्रमशः 51.21 करोड़ और 71.56 करोड़ रुपए है। इस संपत्ति का अधिकांश हिस्सा अचल संपत्तियों, भूमि और अन्य निवेशों में है, जबकि कुछ धन उन्हें व्यापारिक हिस्सेदारी और बैंक बैलेंस से भी प्राप्त होता है।
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हालांकि, सुखबीर सिंह बादल के पास कुल 37.62 करोड़ रुपये की देनदारी भी है, जिसमें बैंक लोन शामिल है। सुखबीर बादल ने अपने हलफनामे में यह जानकारी दी थी कि 1987 में कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से MBA करने के बाद वे एक किसान के रूप में काम कर रहे हैं। सुखबीर सिंह बादल और उनके परिवार की संपत्ति का मूल्य न केवल पंजाब बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी काफी बड़ा माना जाता है।
सुखबीर सिंह बादल, शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री हैं, जिनका राजनीतिक कैरियर लगभग चार दशकों से अधिक का है। वह पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बेटे हैं और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सुखबीर ने 2004 में अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की और बाद में 2007 में पहली बार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की। 2009 में उन्होंने सांसद के रूप में अपना करियर भी शुरू किया।
2012 से 2017 तक पंजाब के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने कृषि, ग्रामीण विकास, औद्योगिकीकरण और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में कई पहलें कीं। उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के नेतृत्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, हालांकि शिरोमणि अकाली दल को उस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। सुखबीर सिंह बादल की पहचान एक मजबूत प्रादेशिक नेता के रूप में बनी, जो अपने परिवार और पार्टी की राजनीतिक धारा को बनाए रखते हुए पंजाब के समृद्धि और विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पंजाब में बुधवार सुबह हुई एक बड़ी घटना में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर हमले की कोशिश की गई। हमले की कोशिश उस दौरान हुई जब सुखबीर सिंह बादल उन्हें मिली धार्मिक सजा के तहत स्वर्ण मंदिर में गार्ड की ड्यूटी निभा रहे थे। जिस शख्स ने सुखबीर सिंह बादल पर फायरिंग की उसका नाम नारायण सिंह चौड़ा है। पढ़ें पूरी खबर