Sabarimala Temple
उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद मंदिर शुक्रवार शाम को तीसरी बार खुलेगा। शीर्ष अदालत ने 28 सितंबर के अपने आदेश में भगवान अयप्पा मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दे दी थी लेकिन अभी तक कोई महिला दर्शन नहीं कर सकी है। वहीं सुरक्षा के नजरिए से केरल के कई हिस्सों में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने बिना भगवान अयप्पा के दर्शन किए बिना वापस लौटने से इंकार कर दिया है।
केरल के सीएम पी. विजयन के साथ मुलाकात में पंडालम के शाही और सबरीमाला मंदिर से जुड़े परिवार और पुजारियों ने मंदिर में महिलाओं की एंट्री का विरोध किया है। उनका कहना है कि परंपरा आगे भी जारी रहनी चाहिए।
सबरीमाला मंदिर भगवान अयप्पा को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान अयप्पा ब्रह्मचारी थे और इसी वजह से माहवारी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाता है। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को भी मंदिर में प्रवेश की इजाजत दे दी थी। लेकिन मंदिर के पुजारी और श्रृद्धालु इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।
सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन करने केरल पहुंची भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई का कहना है कि वह बिना दर्शन किए वापस नहीं लौटेंगी। बता दें कि शुक्रवार तड़के से ही तृप्ति देसाई कोच्चि एयरपोर्ट पर फंसी हुई हैं। बड़ी संख्या में श्रृद्धालु एयरपोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे है ंऔर तृप्ति देसाई के वापस लौट जाने की मांग कर रहे हैं।
बीते 28 सितंबर को देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की इजाजत दे दी थी। लेकिन सबरीमाला मंदिर के पुजारी और श्रृद्धालु इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। फैसले के बाद से केरल में विरोध प्रदर्शन जारी हैं और श्रृद्धालुओं के विरोध के चलते अभी तक महिलाएं मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकी हैं।
सबरीमाला मंदिर के शुक्रवार को खुलने के साथ ही केरल के निलक्कल, पम्बा और शनिधानम में धारा 144 लागू कर दी गई है। जिसके तहत एक जगह पर 4 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
तृप्ति देसाई के साथ उनकी 6 अन्य सहयोगी भी कोच्चि एयरपोर्ट पर फंसी हुई हैं। पिछले कई घंटों से एयरपोर्ट पर फंसी तृप्ति देसाई और उनकी सहयोगियों ने एयरपोर्ट पर ही नाश्ता किया।
महिला अधिकार कार्यकर्ता और भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने उनके खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा है कि यदि उन पर हमला होता है तो इसके लिए केरल सरकार जिम्मेदार होगी।
तृप्ति देसाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा नेताओं द्वारा किया जा रहा है। भाजपा नेताओं का कहना है कि हम तृप्ति देसाई को एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे और उनका विरोध करेंगे।
महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ति देसाई सबरीमाला मंदिर में दर्शनों के लिए कोच्चि पहुंच चुकी हैं। लेकिन सबरीमाला श्रृद्धालुओं के विरोध के कारण वह पिछले कई घंटों से एयरपोर्ट टर्मिनल से बाहर नहीं आ सकी हैं।