Sabarimala Temple Updates: सबरीमाला मंदिर शुक्रवार से अगले 2 महीने के लिए श्रृद्धालुओं के दर्शन के लिए खुलने जा रहा है। इसे लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने गुरुवार को इस मुद्दे पर सभी राजनैतिक पार्टियों की एक बैठक बुलायी थी। लेकिन सहमति ना बनने के चलते यह बैठक सफल नहीं रही और भाजपा और कांग्रेस के प्रतिनिधि बैठक बीच में ही छोड़़कर चले गए। वहीं महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ति देसाई सबरीमला मंदिर जाने के लिए शुक्रवार तड़के यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गईं लेकिन भगवान अयप्पा मंदिर में माहवारी आयु वर्ग वाली महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे श्रद्धालुओं के प्रदर्शन के कारण वह एयरपोर्ट र्टिमनल से बाहर नहीं आ सकीं।

उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद मंदिर शुक्रवार शाम को तीसरी बार खुलेगा। शीर्ष अदालत ने 28 सितंबर के अपने आदेश में भगवान अयप्पा मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दे दी थी लेकिन अभी तक कोई महिला दर्शन नहीं कर सकी है। वहीं सुरक्षा के नजरिए से केरल के कई हिस्सों में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने बिना भगवान अयप्पा के दर्शन किए बिना वापस लौटने से इंकार कर दिया है।

Live Blog

13:10 (IST)16 Nov 2018
पंडालम शाही परिवार और पुजारियों ने सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश का विरोध किया

केरल के सीएम पी. विजयन के साथ मुलाकात में पंडालम के शाही और सबरीमाला मंदिर से जुड़े परिवार और पुजारियों ने मंदिर में महिलाओं की एंट्री का विरोध किया है। उनका कहना है कि परंपरा आगे भी जारी रहनी चाहिए।

12:09 (IST)16 Nov 2018
क्या है सबरीमाला मंदिर विवाद?

सबरीमाला मंदिर भगवान अयप्पा को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान अयप्पा ब्रह्मचारी थे और इसी वजह से माहवारी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाता है। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को भी मंदिर में प्रवेश की इजाजत दे दी थी। लेकिन मंदिर के पुजारी और श्रृद्धालु इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।

11:35 (IST)16 Nov 2018
तृप्ति देसाई से बिना दर्शन किए वापस लौटने से किया इंकार

सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन करने केरल पहुंची भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई का कहना है कि वह बिना दर्शन किए वापस नहीं लौटेंगी। बता दें कि शुक्रवार तड़के से ही तृप्ति देसाई कोच्चि एयरपोर्ट पर फंसी हुई हैं। बड़ी संख्या में श्रृद्धालु एयरपोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे है ंऔर तृप्ति देसाई के वापस लौट जाने की मांग कर रहे हैं। 

11:10 (IST)16 Nov 2018
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अभी तक नहीं हो सकी है मंदिर में महिलाओं की एंट्री

बीते 28 सितंबर को देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश की इजाजत दे दी थी। लेकिन सबरीमाला मंदिर के पुजारी और श्रृद्धालु इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। फैसले के बाद से केरल में विरोध प्रदर्शन जारी हैं और श्रृद्धालुओं के विरोध के चलते अभी तक महिलाएं मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकी हैं। 

10:46 (IST)16 Nov 2018
केरल के कई हिस्सों में धारा 144 लागू

सबरीमाला मंदिर के शुक्रवार को खुलने के साथ ही केरल के निलक्कल, पम्बा और शनिधानम में धारा 144 लागू कर दी गई है। जिसके तहत एक जगह पर 4 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

10:23 (IST)16 Nov 2018
तृप्ति देसाई के साथ उनकी 6 अन्य सहयोगी भी एयरपोर्ट पर फंसी हुई हैं

तृप्ति देसाई के साथ उनकी 6 अन्य सहयोगी भी कोच्चि एयरपोर्ट पर फंसी हुई हैं। पिछले कई घंटों से एयरपोर्ट पर फंसी तृप्ति देसाई और उनकी सहयोगियों ने एयरपोर्ट पर ही नाश्ता किया। 

10:18 (IST)16 Nov 2018
तृप्ति देसाई ने केरल सरकार पर ठहराया जिम्मेदार

महिला अधिकार कार्यकर्ता और भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई ने उनके खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा है कि यदि उन पर हमला होता है तो इसके लिए केरल सरकार जिम्मेदार होगी।

10:14 (IST)16 Nov 2018
भाजपा कर रही विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व

तृप्ति देसाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा नेताओं द्वारा किया जा रहा है। भाजपा नेताओं का कहना है कि हम तृप्ति देसाई को एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे और उनका विरोध करेंगे।

10:11 (IST)16 Nov 2018
तृप्ति देसाई कई घंटे से कोच्चि एयरपोर्ट में फंसी

महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ति देसाई सबरीमाला मंदिर में दर्शनों के लिए कोच्चि पहुंच चुकी हैं। लेकिन सबरीमाला श्रृद्धालुओं के विरोध के कारण वह पिछले कई घंटों से एयरपोर्ट टर्मिनल से बाहर नहीं आ सकी हैं।