वाराणसी में 23 साल की रशियन लड़की पर तेजाब फेंके जाने का मामला सामने आया है। यह घटना शुक्रवार सुबह काशी के लंका थानाक्षेत्र स्थित गेस्‍ट हाउस में हुई। तेजाब हमले में लड़की बुरी तरह झुलस गई है। उसे बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया है। तेजाब से उसका चेहरा और कंधे का कुछ हिस्‍सा झुलस गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लड़की जिस गेस्‍ट हाउस में रह रही थी, उसके मालिक के पोते सिद्धार्थ श्रीवास्‍तव के साथ उसका अफेयर था। लड़की कुछ दिन पहले ही सिक्किम घूमकर काशी लौटी थी और 18 नवंबर को उसे वापस अपने देश लौटना था, लेकिन सिद्धार्थ उसे जाने नहीं देना चाहता था। उसने कई बार लड़की को रोकने की कोशिश की, लेकिन जब वह नाकाम रहा तो उसने तेजाब फेंक दिया।

लड़की ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार सुबह वह थर्ड फ्लोर पर अपने कमरे की बालकनी में सो रही थी, उसी वक्‍त सिद्धार्थ ने तेजाब फेंका और फरार हो गया। चीख सुनने के बाद सिद्धार्थ की मां लड़की के पास पहुंची और उसे हॉस्पिटल लेकर गईं। दूसरी ओर सीएम अखिलेश यादव ने रशियन लड़की का मुफ्त इलाज करने का आदेश दिया है। पुलिस आरोपी के भाई सचिन और पिता प्रदीप श्रीवास्तव से पुलिस पूछताछ कर रही है, लेकिन घटना से एक बात फिर साफ हो गई है कि तेजाब की खुलेआम बिक्री अब भी बंद नहीं हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में गाइड लाइंस जारी की हुई है, मगर जमीन पर इनका कोई असर होता दिख नहीं रहा है।