पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर के मारे जाने की अफवाह उड़ी है। 3 मार्च की शाम भारत में तमाम टीवी चैनल्स ने सूत्रों के हवाले से बताना शुरू किया कि अजहर की मौत हो चुकी है। कोई कह रहा था कि वह बीमार था और बीमारी से मरा। कई कह रहे थे कि 26 फरवरी को भारत के हवाई हमले में अजहर घायल हो गया था। हालांकि भारत या पाकिस्तान, किसी ओर से आधिकारिक तौर पर उसके घायल होने की बात नहीं की गई थी।
पहले समाचार एजेंसी आईएनएस ने ट्वीट किया, “#आतंकवादी #MasoodAzhar कहां है और किस हाल में है, संबंध में अटकलें तब और तेज हो गईं, जब एक वायरल रिपोर्ट में कहा गया कि मसूद #भारतीयवायुसेना द्वारा #बालाकोट में आतंकी शिविर पर हमले में मारा गया है। हालांकि किसी आधिकारिक सूत्र ने इसकी पुष्टि नहीं की है।” इसके बाद तमाम न्यूज चैनल और कई वेबसाइट्स ऐसी “खबर” चलाने लगे। सब सूत्रों के हवाले से।
अजहर की मौत पर न तो पाकिस्तानी मीडिया ने कुछ कहा है और न ही पाकिस्तान की सरकार की तरफ से कोई बयान आया है। भारत के कुछ टीवी चैनल पर बताया गया कि पाकिस्तान सरकार ने अजहर की मौत की बात को गलत बताया है। लेकिन चैनलों ने यह जानकारी भी सूत्रों के हवाले से ही दी।
इंडिया टुडे ने ट्विटर पर लिखा है कि जैश सरगना मसूद अजहर के मौत की अटकलें तेज हैं। फिलहाल वह कहां है, इसकी कोई खबर नहीं है। न्यूज18 ने टॉप इंटेलिजेंस सूत्रों के आधार पर सोशल मीडिया पर लिखा है कि रिपोर्ट के मुताबिक मौलाना मसूद अजहर की मौत हो चुकी है। उसकी मौत 2 मार्च को हुई है। हालांकि, चैनल की तरफ से लिखा गया है कि उसकी मौत की पुष्टि होनी बाकी है। जी न्यूज ने भी सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि मसूद अजहर की मौत हो चुकी है।
टाइम्स नाऊ ने भी मसूद के मौत की खबर मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से लिखी है लेकिन उसकी पुष्टि नहीं की है। हिन्दी न्यूज चैनल आजतक ने भी अपने पाकिस्तानी सूत्रों से मसूद के मौत की अटकलों को स्वीकार किया है लेकिन स्पष्ट किया कि पाकिस्तानी मीडिया और वहां की सरकार ने इस खबर की न तो पुष्टि की है और न ही खंडन किया है। मसलन, अफवाहों का बाजार गर्म है कि मसूद अजहर की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी ने एक दिन पहले कहा था कि अजहर की हालत काफी खराब है और वो अस्पताल में भर्ती है। उसका लीवर फेल हो चुका है
बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ टुकड़ी पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को सबूत सौंपते हुए जैश-ए-मोहम्मद के सरगना आतंकी मसूद अजहर पर कार्रवाई करने को कहा लेकिन जब पाकिस्तान सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की तब 26 फरवरी को तड़के भारतीय वायु सेना ने एरियल स्ट्राइक कर पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश के आतंकी ट्रेनिंग कैम्प पर हमला बोल दिया। इस हमले में जैश के कई ठिकाने और ट्रेनिंग कैम्प नेस्तनाबूद हो गए।
इस हमले के अगले दिन पाकिस्तान ने एफ-16 लड़ाकू विमान समेत कई विमानों से भारतीय सैन्य ठिकानों पर बम बरसाने की कोशिश की लेकिन भारतीय वायु सेना ने उसे विफल करते हुए पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ दिया। इसी दौरान मिग-21 के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराया और रेस्क्यू करते वक्त पाक अधिकृत कश्मीर में पैराशूट से चले गए, जिन्हें पाकिस्तान ने बंदी बना लिया था। बाद में अंतरराष्ट्रीय दबाव को देखते हुए पाकिस्तान ने विंग कमांडर को शुक्रवार की रात वाघा बॉर्डर से रिहा कर दिया था।
भारतीय वायुसेना द्वारा 26 फरवरी को की गई कार्रवाई के बाद कहा गया था कि हवाई हमले में 350 से ज्यादा मौतें हुईं। जैश के ट्रेनिंग सेंटर पर हुए हमले में मरने वालों में अजहर का भाई और साला भी बताया गया। लेकिन, आधिकारिक रूप से भारतीय वायुसेना और सरकार ने हताहतों की संख्या बताने से इनकार किया।