संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो चुका है और विपक्ष लगातार महंगाई के मुद्दे को लेकर हंगामा कर रहा है। कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने संसद परिसर में महंगाई को लेकर प्रदर्शन किया, जिस वजह से संसद की कार्यवाही भी प्रभावित हो रही है।
एक टीवी डिबेट के दौरान समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष वर्मा ने संसद ठप करने को लेकर अरुण जेटली और सुषमा स्वराज के बयानों का जिक्र किया तो एंकर रूबिका लियाकत ने कहा कि आप उनको ही अपना नेता चुन लीजिए, जब आपको उन्हीं के नक्शे कदम पर चलना है।
आशुतोष ने इन नेताओं के उन बयानों का जिक्र किया था, जब बीजेपी विपक्ष में थी और विभिन्न मुद्दों को लेकर अपना विरोध जताते हुए संसद की कार्यवाही को बाधित कर दिया था। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहते हुए बीजेपी ने संसद का 60-65 प्रतिशत काम नहीं चलने दिया, तो जब उस वक्त संसद को रोकना लोकतंत्र को बचाना था तो आज लोकतंत्र को गिराना कैसे हो गया।
आशुतोष ने कहा कि 26 अगस्त 2012 को जब अरुण जेटली राज्यसभा में लीडर ऑफ ऑपोजिशन थे, तो उन्होंने कहा कि संसद का काम है डिस्कशन करना, लेकिन उसको रोकने का काम भी डेमोक्रेसी का हिस्सा है, जो हम करते रहेंगे। जब सुषमा स्वराज विपक्ष की नेता थीं, उस वक्त के बयानों की याद दिलाते हुए सपा नेता ने कहा कि स्वराज ने कहा था कि संसद ना चलने देना देश के हित में है।
इस पर एंकर रूबिका लियाकत ने कहा, “आप अपना लीडर अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को ही चुन लीजिए। जब उन्हीं के नक्शे कदम पर आपको चलना है, उन्हीं की राजनीति आपको करनी है।”
सपा प्रवक्ता ने कहा कि क्या महंगाई की बात कोई नहीं करता है। नोटबंदी के लिए कब इन्होंने चर्चा की या आर्टिकल 370 को लेकर कब चर्चा की। सपा नेता के इस बयान पर एंकर ने कहा कि अगर उस वक्त चर्चा नहीं हुई तो आपने सोच लिया कि हम नागिन बन जाएंगे, आंखों में चर्चा ना होने के उस सीन को बसा लेंगे और आज की तारीख भी चर्चा नहीं होने देंगे और बदला लेंगे।