अभिनेता गजेन्द्र चौहान के एफटीआईआई का अध्यक्ष बनने के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बीच आरएसएस के मुखपत्र ‘ऑर्गेनाइजर’ के एक लेख में प्रदर्शनकारी छात्रों को ‘‘हिंदू विरोधी’’ बताया गया है और प्रदर्शन के पीछे ‘‘षड्यंत्र’’ की बात कही गई है।
‘आर्गेनाइजर’ के एक लेख में लिखा गया है, ‘‘सरकार ने जैसे ही गजेन्द्र चौहान को नियुक्त किया तो हिंदू विरोधी तत्व जो कर सकते थे वह करने लगे। उन्होंने संचालन परिषद् के नवनियुक्त अध्यक्ष के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया।’’
इसमें लिखा गया है, ‘‘संस्थान के तथाकथित शुभेच्छुओं को इनसे कोई फर्क नहीं पड़ा है क्योंकि उनका हित संस्थान और छात्रों की बेहतरी में नहीं है बल्कि हिंदू विरोधी दुष्प्रचार को बढ़ाने में है।’’
इसने कुछ फिल्म निर्माताओं को भी ‘‘हिंदू विरोधी’’ करार दिया और कहा कि इस सूची में राजकुमार हिरानी भी हैं जो ‘पीके’ के निर्देशक हैं और हिंदुओं की नकारात्मक छवि पेश करते हैं। हिरानी भी पुणे स्थित भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के बोर्ड में थे।