RSS: महाराष्ट्र के नागपुर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने निर्वाचन आयोग और पुलिस को पत्र लिखकर उस शख्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिस पर RSS की छवि खराब करने का आरोप लगाया गया है।

RSS के नागपुर नगर कार्यवाह ने शुक्रवार को लिखे एक पत्र में कहा कि स्थानीय निवासी जनार्दन मून ने यहां संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया था, जिसमें उन्होंने ‘बिल्कुल गलत’ दावा किया कि आरएसएस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन कर रहा है।

RSS के पत्र में कहा गया है कि मून ने पहले ‘आरएसएस’ नाम से एक ‘संस्था’ रजिस्टर्ड कराने की कोशिश की थी, लेकिन सोसाइटी के सहायक रजिस्ट्रार ने इसे खारिज कर दिया था और इसे चुनौती देने वाली उनकी याचिकाएं बॉम्बे हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थीं।

आरएसएस के पत्र में मून के खिलाफ वैमनस्य पैदा करने के लिए अफवाहें फैलाने और अन्य अपराधों के लिए कार्रवाई की मांग की गई और साथ ही यूट्यूब को उस संवाददाता सम्मेलन के वीडियो को हटाने का निर्देश देने की मांग की गई है, जिसमें वह इस तरह के दावे कर रहा है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने नागपुर पुलिस आयुक्त और निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में कहा गया है कि जनार्दन मून के पास आरएसएस के रूप में कोई पंजीकृत संस्था नहीं है, लेकिन केवल गुमराह करने के उद्देश्य से वह विभिन्न स्थानों पर संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं। शिकायत इसलिए दर्ज की जा रही है, ताकि मून को लोगों को गुमराह करने से रोका जा सके।

पत्र में कहा गया है कि पुलिस को मून के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 416, 419 और 505 के साथ-साथ जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों के तहत कार्रवाई करनी चाहिए। इस संबंध में प्रतिक्रिया लेने के लिए बार-बार कोशिश के बावजूद मून से संपर्क नहीं हो सका।