राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो चुके हैं। जिसको लेकर देर संघ पूरे देश में स्थापना का शताब्दी वर्ष मना रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघ के शताब्दी वर्ष पर विशेष डाक टिकट और 100 रूपये का सिक्का जारी किया। शताब्दी वर्ष पर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की है।
स्वतंत्रता संग्राम में संघ संस्थापक की सक्रिय भागीदारी को रेखांकित करते हुए सिद्दीकी ने कहा, ‘डॉ हेडगेवार के कुशल संगठनात्मक कौशल और सामाजिक समरसता की दूरदर्शिता ने उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान के लिए पूरी तरह से योग्य बना दिया। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत बलिदान को मान्यता देगा, बल्कि पर्दे के पीछे राष्ट्र निर्माण में लगे स्वयंसेवकों का भी उत्साहवर्धन करेगा।’
अंग्रेजों ने एक से ज्यादा बार राजद्रोह के आरोप में हेडगेवार को भेजा था जेल
सिद्दीकी ने बताया कि 1 अप्रैल 1889 को जन्मे हेडगेवार स्कूली शिक्षा के दिनों से ही राष्ट्रवाद के प्रतीक थे, जब उन्होंने वंदे मातरम का नारा लगाया था। इसके बाद वे अनुशील समाज में शामिल हुए। इसके साथ ही वो बंकिम चंद्र चटर्जी और विनायक दामोदर सावरकर के विचारों और आदर्शों से प्रेरित हुए। उन्होंने आगे बताया कि उन्हें अंग्रेजों ने एक से ज्यादा बार राजद्रोह के आरोप में जेल भी भेजा था।
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सिद्दीकी ने कहा कि हेडगेवार की दीर्घकालिक दृष्टि ने लाखों स्वयंसेवकों को राष्ट्रवाद के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आगे कहा, ‘आज आरएसएस शिक्षा, आपदा राहत, सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। 21 जून, 1940 को उनका निधन हो गया, लेकिन उनके विचार और संगठन भारत की नींव को मजबूत करते रहे।’
विजयदशमी (2 अक्टूबर) के अवसर पर संघ के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं। जिसको लेकर आज प्रधानमंत्री मोदी ने संघ के शताब्दी वर्ष पर स्मारक डाक टिकट और 100 रूपये का विशेष सिक्का जारी किया।