राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने अयोध्या में सामूहिक नमाज का आयोजन करवाने से इनकार किया है। साथ ही मीडिया में चल रही ऐसी किसी भी खबर को पूरी तरह गलत बताया। आरएसएस के ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट के माध्यम से यह जानकारी दी गई है। ट्वीटर अकाउंट के माध्यम से अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरूण कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ द्वारा अयोध्या में सामूहिक नमाज का आयोजन किया जा रहा है, ऐसा समाचार कुछ प्रचार माध्यमों में आया है। यह पूर्णतया निराधार एवं असत्य है। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने इस तरह के किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया है। दरअसल, ऐसी खबरें आयी थीं कि अयोध्या में सरयू तट पर मुस्लिम समाज के 1500 लोग एक साथ नमाज पढ़ेंगे। इसी के साथ मंदिरों में भी वैदिक मंत्रोच्चारण व सरयू आरती का आयोजन किया जायेगा। लेकिन अब आरएसएस ने इस खबर को पूरी तरह निराधार और गलत बताया है।
” राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा अयोध्या में सामूहिक नमाज का आयोजन किया जा रहा है, ऐसा समाचार कुछ प्रचार माध्यमों में आया है। यह पूर्णतया निराधार एवं असत्य है । ” – अरुण कुमार , अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख
— RSS (@RSSorg) July 11, 2018
इससे पहले अयोध्या मेंं सामूहिक नमाज के आयोजन पर मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक महिरध्वज ने कहा था कि 1500 से ज्यादा मुस्लिम धर्मानुयायी सांप्रदायिक सद्भाव और शांति के लिए प्रार्थना करेंगे। इस आयोजन से राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद से उपजी कड़वाहट को दूर करने में भी मदद मिलेगी। साथ ही बताया यह भी जा रहा था कि इस आयोजन को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का भी समर्थन मिल रहा है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की वरिष्ठ नेता और लखनऊ विश्वविद्यालय में इस्लामिक स्टडीज की प्रोफेसर शबाना आजमी ने भी कहा था कि अयोध्या को इस बात के लिए बदनाम किया जाता है कि यहां मुस्लिमों को धार्मिक काम करने का अधिकार नहीं है। ये गलत धारणा है कि आरएसएस के लोग मुसलमानों के विरोधी हैं। अयोध्या हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्म के लोगों का है। लेकिन अब आरएसएस ने इस खबर को पूरी तरह गलत बताया है।